advertisement
Uttarakhand Rains: उत्तराखंड में मॉनसून के दस्तक देने के साथ ही पहाड़ों से अच्छी खबर नहीं आ रही है. बारिश के कारण जगह-जगह सड़क बाधित हो रही हैं. पिछले कई सालों से नासूर बना लामबगड़ भूस्खलन जोन एक बार फिर सक्रिय हो गया है. राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगी कार्यदायी संस्था सड़कों को खोलने के लिए मुस्तैदी से तैयार है.
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग लामबगड़ के पास बारिश और पहाड़ों से लगातार पत्थर गिर रहे हैं, जिससे रास्ता बंद हो गया है और यातायात बाधित हो गया है. इसे देखते हुए पुलिस ने सभी वाहनों को आगे जाने से रोक दिया है. हाईवे के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई है. लगाातर बोल्डर गिरने से हाईवे खोलने में दिक्कतें आ रही है.
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा भी चल रही है, जिससे भारी संख्या में श्रद्धालु बद्रीनाथ और केदारनाथ दर्शन के लिए जा रहे हैं. हाईवे बंद हो जाने से लोगों को दिक्कतें आ रही हैं. यात्रियों को दिक्कत न हो, इसके लिए चमोली प्रशासन और पुलिस हालात पर नजर बनाए हुए है.
असम में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन से प्रदेश का 90 फीसदी हिस्सा प्रभावित हो गया है. कछार जिले में 19 जून को भूस्खलन से तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि बाढ़ से छह लोगों की मौत हो गई. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, राज्य के 33 जिलों के 5,137 गांवों के 42,28,157 निवासी बाढ़ की चपेट में हैं.
कर्नाटक में पिछले 48 घंटों में लगातार बारिश की वजह से तीन लोगों की मौत हो गई है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 22 जून तक पूरे राज्य में बारिश की संभावना जताई है. बेंगलुरु, चामराजनगर, चिक्कबल्लापुर, हसन कोडागु, तुमकुरु, मांड्या, शिवमोग्गा, दावणगेरे चित्रदुर्ग में 22 जून तक येलो अलर्ट जारी किया गया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)