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ऋषिकेश रिसेप्शनिस्ट हत्याकांड (Rishikesh Receptionist Murder Case) का मामला शांत होता नहीं दिख रहा है. अब लड़की की मां ने पुलिस-प्रशासन पर बड़े सवाल उठाए हैं. जिसका एक वीडियो सामने आया है. बता दें कि 19 वर्षीय रिसेप्शनिस्ट की हत्या के बाद उत्तराखंड में बवाल मचा हुआ है. कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए. रविवार, 25 सितंबर को पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर में लड़की का अलखनंदा नदी के घाट पर अंतिम संस्कार हुआ.
हत्याकांड की जांच के लिए उत्तराखंड सरकार ने SIT का गठन किया है. वहीं मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई होगी. इसके अलावा, पुलिस महानिदेशक (DGP) अशोक कुमार ने ट्विटर पर एक कॉल रिकॉर्डिंग पोस्ट की, जिसमें उन्होंने लड़की के पिता से बात की और आरोपी को सख्त सजा दिलाने की बात कही.
वहीं मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के वनंतरा रिसॉर्ट पर बुलडोजर चला है. आर्य के पिता और भाई, दोनों बीजेपी नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.
सोमवार, 26 सितंबर को सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो में मृतका की मां को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उन्हें अपनी बेटी का पार्थिव शरीर तक देखने को नहीं मिला. इसके बजाय उन्हें धोखे से अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया.
मीडिया रिपोर्ट्स में पहले कहा गया था कि मां की तबीयत खराब होने की वजह से अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
हालांकि, उनका दावा है कि वह स्वस्थ्य थी, प्रशासन के लोग उन्होंने उनकी बेटी का पार्थिव शरीर दिखाने के लिए अस्पताल ले गए थे.
उन्होंने आगे कहा कि जब वह स्थानीय निकाय कार्यालय में बैठी थी तब चार से पांच लोग आए और कहा कि वे उन्हें उनकी बेटी के अंतिम संस्कार में लेकर जाएंगे.
इसके बाद उन्होंने कहा, "डॉक्टरों ने फिर मुझे व्हीलचेयर पर बिठाया. मैंने पूछा कि इसकी क्या जरूरत है, लेकिन वे मुझे अस्पताल ले गए. वो जबरन पानी चढ़ाने लगे और एक वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया."
मां के दावों से एक दिन पहले अधिकारियों ने रिसॉर्ट के कुछ हिस्सों को बुलडोजर से गिरवा दिया, जबकि स्थानीय लोगों ने इसके एक हिस्से में आग लगा दी.
मृतका के पिता ने वनंतरा रिसॉर्ट गिराए जाने पर सवाल उठाते हुए पूछा कि सरकार ने रिजॉर्ट को क्यों गिराया? जबकि वहां तो सारे सबूत थे. विपक्ष ने भी यही सवाल उठाया है.
आरोप का जवाब देते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने कहा, "पुलिस ने जांच के दौरान रिसॉर्ट के कमरों की वीडियोग्राफी की है, जिसमें रिसेप्शनिस्ट रहती थी. कार्रवाई से पहले सभी सबूत एकत्र किए गए थे."
शनिवार, 24 अगस्त को डीजीपी अशोक कुमार ने लड़की के पिता से फोन पर बात की. डीजीपी ने मामले में निष्पक्ष जांच और आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए आश्वस्त देते हुए कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, "हम कोर्ट में मजबूत केस पेश करेंगे और दोषियों को फांसी की सजा दिलवाएंगे."
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