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प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की छात्रा के साथ 1 नवंबर की देर रात हुई छेड़खानी की घटना (Molestation in IIT BHU) ने काशी को शर्मसार कर दिया है. संस्थान में ये पहली छेड़खानी की घटना नहीं है. जनवरी से लेकर नवंबर तक बीएचयू के भीतर 10 से अधिक छेड़खानी की घटनाएं हो चुकी हैं.
देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में शुमार बीएचयू में छात्राओं से लगातार हो रही छेड़खानी की घटनाओं से विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं.
इस साल जनवरी में आईआईटी बीएचयू (IIT BHU) की फार्मास्युटिकल की छात्रा के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया था. छेड़खानी बीएचयू परिसर के ठीक बाहर हैदराबाद गेट पर हुई. छात्रा ने घटना के बाद पुलिस को शिकायत दी थी.
छात्रा ने बताया... वो शाम 8 बजे चाय पीने के लिए हैदराबाद गेट के पास गई थी. चाय पीकर जैसे ही वो अंदर प्रवेश करने के लिए आगे बढ़ी वैसे ही बाइक सवार बदमाश हरे रंग की जैकेट पहने हुए छेड़खानी करना शुरू कर दिया. पीड़िता ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो वो भाग गया. बाइक का नंबर देने के बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी.
8 जनवरी 2023 को M.Sc. की छात्रा के साथ मारपीट और छेड़खानी की घटना सामने आई थी. बदमाशों ने कुलपति आवास के सामने उसके मोबाइल और पर्स भी लूट लिए थे.
छात्रा के मुताबिक, वह शाम को अपने दोस्तों के साथ कुलपति आवास के पास स्थित लक्ष्मण दास अतिथि गृह के पास से गुजर रही थी, इसी दौरान युवक पहुंचे और गाली-गलौज करते हुए छेड़खानी करने लगे. मना करने पर साथियों के संग छात्रा से भी मारपीट की. मोबाइल समेत पर्स छीन लिए. मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था. 4 आरोपियों में दो गिरफ्तार हुए थे.
इसके अलावा, 17 जनवरी को बीएचयू के न्यू पीएचडी महिला छात्रावास के मेस कर्मचारियों पर छात्राओं ने गलत तरीके से घूरने के आरोप लगाए थे.
21 जनवरी 2023 की रात लगभग 10 बजे कॉमर्स फैकल्टी की एक छात्रा के साथ आईआईटी स्थित लिंबड़ी छात्रावास के पास छेड़छाड़ की घटना सामने आई थी.
25 जनवरी को लिफ्ट देने के नाम पर नेत्रहीन छात्रा से छेड़छाड़ हुई. आरोप विश्वविद्यालय के कर्मचारी के लड़के पर लगा. जिसके बाद बीएचयू की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए थे. ब्लाइंड छात्रा से छेड़खानी की घटना से नाराज भगत सिंह छात्र मोर्चा से जुड़ी छात्राओं ने बीएचयू परिसर में मार्च निकाला था. इस दौरान छात्राएं अपने हाथ में लाठी-डंडा लेकर चल रही थी, छात्राओं ने 'बीएचयू प्रशासन होश में आओ' सहित अन्य नारे भी लगाए.
22 फरवरी को वाराणसी के बीएचयू स्थित मधुबन में देर शाम नशे में धुत एक युवक ने बीएचयू के महिला महाविद्यालय में बीए तृतीय वर्ष की छात्रा संग छेड़खानी की.
छात्रा के मुताबिक वह अपने दोस्तों के साथ मधुबन में खड़ी थी. इसी दौरान नशे में धुत युवक आया और उसके साथ छेड़खानी करने लगा. विरोध करने पर गाली-गलौज करने लगा.
23 जुलाई को बीएचयू की साइबर लाइब्रेरी के पास छात्रा संग छेड़खानी हुई थी. 21 अगस्त को कंप्यूटर सेंटर से साइबर लाइब्रेरी जा रही छात्रा के साथ छेड़खानी हुई थी.
18 अक्टूबर को आईआईटी बीएचयू में रिसर्च कर रहीं दो छात्राओं के साथ उनके हॉस्टल के पास चार युवकों ने छेड़खानी की थी. इसकी शिकायत छात्राओं ने प्रॉक्टोरियल बोर्ड की सुरक्षा कर्मियों से भी की थी. जिसके बाद चारों युवकों को पड़कर लंका थाने में सौंपा गया था. पुलिस ने मामला दर्ज कर चारों युवकों को गिरफ्तार कर लिया था.
21 अगस्त को कंप्यूटर सेंटर से साइबर लाइब्रेरी जा रही ग्रेजुएशन की छात्रा के साथ छेड़खानी हुई थी. पीड़िता का आरोप था कि विरोध करने पर छात्रा और उसके दोस्त के साथ मारपीट की गई.
इकोनॉमिक्स डिपार्टमेंट के रिसर्च स्कॉलर और ब्रजनाथ हॉस्टल में रहने वाले हर्ष यादव, रंजीत यादव और आनंद यादव के अलावा अज्ञात छात्रों के खिलाफ लंका थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था.
1 नवंबर की रात IIT BHU की छात्रा से छेड़छाड़ का मामला सामने आया. आरोप है कि बाइक सवार तीन बदमाशों ने छात्रा को निर्वस्त्र कर उसका वीडियो बनाया और जान से मारने की धमकी दी.
छेड़छाड़ के विरोध में स्टूडेंट्स सड़क पर उतर आए. करीब 2500 से ज्यादा छात्रों ने कैंपस में जाम लगाकर नारेबाजी की. वहीं इस मामले में पुलिस ने धारा 354ख, 506, 66 इ के तहत लंका थाना में मुकदमा दर्ज किया है.
पीड़ित छात्रा का आरोप है कि तीन युवकों ने रात करीब डेढ़ बजे उसके साथ जबरदस्ती की. कपड़े उतरवाए और वीडियो बनाया.
2 नवंबर की दोपहर हजारों छात्र राजपूताना चौराहा पहुंचे, देर शाम तक गहमागहमी का माहौल रहा. विश्वविद्यालय कैंपस में सुरक्षा को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया. 'डायरेक्टर हाय-हाय' के नारे लगाए. साथ ही क्लोज कैंपस की मांग की. कैंपस में बाहरी तत्वों के प्रवेश पर भी रोक लगाने की मांग करते दिखे.
इस दौरान सभी विभागों में पढ़ाई और लैब्स में रिसर्च कार्य बंद कर दिया गया. हालांकि, देर शाम तक छात्रों की मांगों को मान लिया गया, जिसके बाद छात्रों ने प्रदर्शन बंद कर दिया.
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर आकार में बड़ा होने के साथ-साथ हरा भरा है. हर जगह स्ट्रीट लाइट और सीसीटीवी लगाने की बात अक्सर सामने आती रहती है. इसके उसके विश्वविद्यालय परिसर में कई डार्क जोन हैं. जिनमें अकेला बाबा मार्ग, स्वतंत्रता भवन के पास विवेकानंद हॉस्पिटल और कर्मनवीर बाबा मार्ग, साथ ही एमपी थिएटर से आईआईटी का मार्ग शामिल है. इन रास्तों पर रात 9 बजे के बाद सन्नाटा पसरा रहता है.
BHU हर साल अपनी सुरक्षा पर करीब 14 करोड़ रुपए खर्च करता है, बावजूद इसके छेड़खानी की घटनाएं थम नहीं रही हैं.
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