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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने 12 सितंबर को समाजवादी पार्टी (SP) पर कटाक्ष करते हुए पार्टी पर देश में अल्पसंख्यक समुदाय का पक्ष लेने का आरोप लगाया.
कुशीनगर जिले में कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत करते हुए एक कार्यक्रम में, आदित्यनाथ ने विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा, "पीएम मोदी के नेतृत्व में, तुष्टिकरण की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है... 2017 से पहले सभी को राशन मिलता था? जो 'अब्बा जान' कहते थे, वही राशन पचा रहे थे."
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, आदित्यनाथ ने आगे कहा, "श्रीनगर के लिए राशन तब नेपाल और बांग्लादेश चला गया. लेकिन अगर कोई अब गरीबों से राशन छीनने की कोशिश करता है, तो वो निश्चित रूप से जेल जाएगा."
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ ने माफिया को शय देने और भगवान राम में आस्था का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी को भारत में "आतंकवाद की जननी" भी कहा.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने राज्य को "बीमारी, बेरोजगारी, माफिया राज और भ्रष्टाचार" दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोगों को "तालिबान समर्थक, भगवान राम के भक्तों पर गोली चलाने वाले जातिवादी और वंशवादी मानसिकता" को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए.
रिपोर्ट के मुताबिक, आदित्यनाथ ने कहा, "एक समय था जब सरकारें माफियाओं की गुलाम होती थीं, आज उनके घरों पर बुलडोजर चलते हैं."
आदित्यनाथ ने कहा, "1947 में जो राजनीति शुरू हुई और जाति, धर्म, क्षेत्र और भाषा, परिवार और वंश तक सीमित थी, पीएम मोदी ने इसे गांवों, गरीबों, किसानों, युवाओं, महिलाओं और बच्चों के लिए बनाया."
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आदित्यनाथ पर मुसलमानों के प्रति 'सांप्रदायिकता' और 'नफरत' का आरोप लगाया. उन्होंने ट्विटर पर कहा, “मैंने हमेशा कहा है कि मुसलमानों के प्रति नफरत के साथ सांप्रदायिकता के अलावा किसी भी एजेंडे के साथ बीजेपी का कोई चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है. यहां एक सीएम फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, दावा कर रहे हैं कि मुसलमानों ने हिंदुओं का सभी राशन खा लिया."
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