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Tamil Nadu: 3 करोड़ के रिश्वत मामले में गिरफ्तार ED अधिकारी कौन? कई गंभीर आरोप

Tamil Nadu: जिला सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी टीम ने आरोपी अधिकारी के आवास से कई दस्तावेज बरामद किए हैं.

क्विंट हिंदी
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<div class="paragraphs"><p>Tamil Nadu: 3 करोड़ के रिश्वत मामले में ED अधिकारी गिरफ्तार, लगे कई गंभीर आरोप</p></div>
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Tamil Nadu: 3 करोड़ के रिश्वत मामले में ED अधिकारी गिरफ्तार, लगे कई गंभीर आरोप

(फोटो- क्विंट हिंदी)

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तमिलनाडु (Tamil Nadu) पुलिस ने एक एंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED Officer) अधिकारी को सरकार कर्मचारी से कथित रूप से 20 लाख रुपये की रिश्वत (Bribe Case) लेने के मामले में विजलेंस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी ईडी अधिकारी का नाम अंकित तिवारी (Ankit Tiwari) है, जिसे 15 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

क्या है मामला? डिंडीगुल में एक सरकारी कर्मचारी से कथित तौर पर 20 लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक अधिकारी अंकित तिवारी को तमिलनाडु की राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी टीम ने गिरफ्तार किया.

डिंडीगुल जिला सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी (डीवीएसी) ने 13 घंटे तक ईडी के मदुरै कार्यालय और अधिकारी के आवास पर छापेमारी की. टीम ने कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए हैं.

ईडी अधिकारी अंकित तिवारी पर मामला दर्ज: गिरफ्तार ईडी अधिकारी अंकित तिवारी कथित तौर पर कई लोगों को ब्लैकमेल कर उनसे करोड़ों रुपये की रिश्वत ले रहा था.

वहीं इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मामले की जांच से पता चला है कि इस मामले में मदुरै और चेन्नई के और भी अधिकारी शामिल थे.

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 गिरफ्तार ईडी अधिकारी पर कई गंभीर आरोप

एनडीटीवी के अनुसार, सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय ने कहा कि अंकित तिवारी ने ऐसे मामलों में "कानूनी कार्रवाई को टालने" के लिए एक सरकारी अधिकारी से 3 करोड़ रुपये की मांग की थी, जो मामले पहले ही निपट गए थे.

निदेशालय ने आगे बताया कि, अक्टूबर में, अंकित ने डिंडीगुल के एक सरकारी कर्मचारी से संपर्क किया और उन्हें खिलाफ दर्ज एक सतर्कता मामले के बारे में बताया, जिसे "पहले ही निपटा दिया गया था" (यानी उस केस में पहले ही कार्रवाई हो चुकी थी). तिवारी ने कर्मचारी को बताया कि "प्रधानमंत्री कार्यालय से जांच करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं" और उसे 30 अक्टूबर को मदुरै में ईडी कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा.

निदेशालय ने आरोप लगाया कि जब वह व्यक्ति मदुरै गया, तो तिवारी ने मामले में कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए उससे 3 करोड़ रुपये देने को कहा.

निदेशालय के आरोपों के अनुसार:

“बाद में, अंकित ने कहा कि उसने अपने वरिष्ठों से बात की है और उनके निर्देशों के अनुसार, वह रिश्वत के रूप में 51 लाख रुपये लेने के लिए सहमत हुए हैं. एक नवंबर को उस सरकारी कर्मचारी ने उसे रिश्वत की पहली किश्त के रूप में 20 लाख रुपये दिए. बाद में, तिवारी ने कर्मचारी को कई बार व्हाट्सएप कॉल और टेक्स्ट मैसेद के माध्यम से धमकाया कि उन्हें 51 लाख रुपये की पूरी राशि का भुगतान करना होगा, अन्यथा उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे."

कैसे गिरफ्तार हुआ ईडी अधिकारी?

जब ईडी अधिकारी ने धमका कर सरकारी कर्मचारी से रिश्वत के पूरे पैसे मांगे उसके बाद उसे संदेह हुआ और उसने गुरुवार, 30 नवंबर को डिंडीगुल जिला सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी इकाई में शिकायत की.

शिकायतकर्ता से रिश्वत के तौर पर 20 लाख रुपये लेने के बाद शुक्रवार, 1 दिसंबर को सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी निदेशालय के अधिकारियों ने अंकित तिवारी को पकड़ लिया और उन्हें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत सुबह 10.30 बजे गिरफ्तार कर लिया गया.

कौन हैं गिरफ्तार ईडी अधिकारी अंकित तिवारी?

गिरफ्तार ईडी अधिकारी अंकित तिवारी 2016 बैच के अधिकारी हैं और पहले गुजरात और मध्य प्रदेश में सेवा दे चुके हैं. डीवीएसी चेन्नई द्वारा जारी एक आधिकारिक प्रेस रीलीज के अनुसार, तिवारी केंद्र सरकार के मदुरै प्रवर्तन विभाग कार्यालय (ED) में एक प्रवर्तन अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं.

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