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उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder) में यूपी पुलिस का एक्शन जारी है.गुरुवार को प्रयागराज पुलिस ने माफिया अतीक अहमद के करीबी सफदर अली के मकान पर बुलडोजर चलाया और उसका मकान ध्वस्त कर दिया. वहीं, सुप्रीम कोर्ट अतीक अहमद की याचिका पर सुनवाई को तैयार हो गया जिसमें उन्होंने खुद को जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है.
समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद अतीक अहमद के अधिवक्ता खान शौलत हनीफ ने क्विंट हिंदी से बात करते हुए कहा, "चीफ जस्टिस ने 17 मार्च को सुनवाई की तारीख तय की है. हमने उमेश पाल हत्याकांड की CBI जांच की मांग की है. हमें केस में जानबूझ कर फंसाया गया है. अतीक अहमद और उनके परिवार की हत्या की साजिश की जा रही है. हमने सुरक्षा की भी मांग की है. पूरे परिवार को जान का खतरा है."
हनीफ ने बताया कि याचिका में सभी बयानों को शामिल किया गया है और कोर्ट से मांग की है कि अतीक को गुजरात के अहमदाबाद जेल से यूपी में कहीं भी शिफ्ट न किया जाए और अगर पूछताछ करनी भी हो तो सेंट्रल फोर्स की निगरानी में की जाए.
वहीं, उमेश पाल की सुरक्षा में तैनात मृतक गनर राघवेंद्र सिंह की मां ने कहा है, "हम नहीं चाहते हैं कि आरोपियों को 'ऑन द स्पॉट' सजा न दी जाए बल्कि काट-काट कर मारा जाए."
इधर, उमेश पाल हत्यताकांड में योगी सरकार का एक्शन जारी है. गुरुवार को योगी सरकार का बुलडोजर अतीक के करीबी सफदर अली के मकान पर चला.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 24 फरवरी को BSP विधायक रहे राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसमें उमेश पाल की सुरक्षा में तैनात सरकारी गनर संदीप निषाद की इलाज के दौरान उसी दिन मौत हो गई थी जबकि दूसरे गनर राघवेंद्र सिंह की लखनऊ के PGI में 1 मार्च को मौत हो गई.
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