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प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) के एक आरोपी को यूपी पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है. उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप और जिला पुलिस की प्रयागराज के नेहरू पार्क में आरोपी अरबाज के साथ मुठभेड़ हुई जिसमें आरोपी को गोली लगी. इसके बाद उसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके अलावा मुठभेड़ में धूमनगंज थाने के इंस्पेक्टर राजेश मौर्या घायल हो गए हैं.
पुलिस का आरोप है कि एनकाउंटर में मरने वाला अरबाज घटना के दिन प्रयोग हुई क्रेटा कार का चालक था. एनकाउंटर के बाद अरबाज से पुलिस को पिस्तौल बरामद हुआ है.
प्रशांत कुमार ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर कहा है कि "यूपी पुलिस द्वारा सभी ऐसे पेशेवर माफिया एवं गैंगस्टर के खिलाफ एक अभियान छेड़ा गया है. ऐसे शातिरों को संरक्षण देने वालों के खिलाफ भी धारा 120 (B) के तहत कार्रवाई की जाएगी. उत्तर प्रदेश शासन द्वारा अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति आगे भी जारी रहेगी. कानून हाथ में लेने वाले अपराधियों को किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जाएगा."
बता दें कि यूपी की सियासत को सरगर्म कर चुके उमेश पाल हत्याकांड की एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस की 10 टीमें जांच कर रही हैं. उमेश पाल BSP विधायक रहे राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह थे और हमले के दिन वे गवाही देकर ही लौट रहे थे. सामने आये CCTV वीडियो में भी साफ देखा गया कि हमलावरों ने उस पर कई राउंड फायर किए. बम से भी हमला किया. गोलीबारी में उमेश पाल की मौत हो गई. उमेश पर खतरे को देखते हुए उसकी सुरक्षा में सरकार ने 2 गनर तैनात किए थे. गोलीबार में दोनों गनर भी घायल हो गए थे जिसमें से एक की मौत हो गई.
मामले में उमेश की पत्नी जया पाल ने अहमदाबाद जेल में बंद माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद समेत पूरे परिवार के खिलाफ FIR दर्ज करवाया है.
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