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"बीजेपी और बीएसपी के मेल से हो गया खेल"- ओमप्रकाश राजभर

ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि हमने विधानसभा वार अपने प्रत्याशियों के प्रदर्शन की समीक्षा करने का फैसला किया है

IANS
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"बीजेपी और बीएसपी के मेल से हो गया खेल"- ओमप्रकाश राजभर

(फोटो- आईएएनएस)

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लखनऊ, 15 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी (BSSP) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (OP Rajbhar) ने अभी हाल में सपन्न हुए विधानसभा चुनाव को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा तथा बसपा इस बार मिलकर चुनाव लड़े और इनके मेल से ही खेल हो गया।

ओम प्रकाश राजभर ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 के परिणाम आने के बाद अब समीक्षा का समय आ गया है। कहा कि विधानसभा वार अपने प्रत्याशियों के प्रदर्शन की समीक्षा की तैयारी कर ली है। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा तथा बसपा के बीच तालमेल को लेकर भी बड़ा बयान दिया है। कहा कि भाजपा तथा बसपा इस बार मिलकर चुनाव लड़े और इनके मेल से ही खेल हो गया।

सुभासपा पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि हमने विधानसभा वार अपने प्रत्याशियों के प्रदर्शन की समीक्षा करने का फैसला किया है। उनकी समीक्षा रिपोर्ट के आधार पर जो हमारी कमियां रही हैं, हम उस पर अब बेहतर काम करने की कोशिश करेंगे। हम तो लोकसभा का चुनाव लडने की तैयारी में लग गए हैं। इसके साथ ही हमें अब तो दूसरे दलों की चाल भी देखनी होगी।

उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा तथा बसपा में अंदरूनी तालमेल के कारण ही खेल हो गया। उत्तर प्रदेश में यह बड़ा खेल था। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल की 122 सीट ऐसी हैं जिनके प्रत्याशियों के बारे में भाजपा कार्यालय में फैसला किया गया और बसपा के कार्यालय में चुनाव चिन्ह प्रदान कर दिया गया।

ओम प्रकाश राजभर ने दावे के साथ कहा कि मैं तो भाजपा तथा बसपा के बीच तालमेल के पुख्ता सबूत भी दे सकता हूं। उन्होंने कहा कि सिर्फ बसपा ही नहीं कांग्रेस ने भी भाजपा का कई जगह पर साथ दिया है। चार बार प्रदेश की सत्ता में रही बसपा का वोट कहां गया, इसकी भी पड़ताल जरूरी है।

गौरतलब हो कि 2017 में भाजपा के साथ चुनाव लड़कर योगी सरकार में मंत्री बने राजभर ने बाद में अपनी राहें अलग कर लीं और इस चुनाव में सपा गठबंधन के साथ चुनाव लड़े हैं। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान जीत को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे लेकिन एक भी दावे काम नहीं आए। योगी को गोरखपुर और मोदी-शाह को गुजरात भेज देने की बात कही थी। हालांकि, चुनावी नतीजे आने के बाद उन्होंने कहा कि पहले चरण से ही पता चल गया था कि सपा गठबंधन की हार होने जा रही है।

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