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यूपी (Uttar Pradesh) के एटा (Etah) में प्राइवेट पार्ट में करंट लगाने, उल्टा लटकाकर मारने और मुंह कपड़े से बांधकर पानी डालने जैसे गंभीर आरोपों में निलंबित पुलिसवालों पर महकमे ने ऐसा भरोसा जताया है कि उन्हें सिर्फ 2 दिन के भीतर फिर से काम पर बुला लिया गया है.
एटा में लाइन हाजिर किए गए थाना प्रभारी जगदीश चंद्र और 2 दिन पहले निलंबित हुए चौकी इंचार्ज विपिन भाटी फिर से फील्ड में लौट आए हैं. इन पर शिकायतकर्ता को ही थाने ले जाकर प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगे थे.
कोतवाली देहात के थाना प्रभारी रहे जगदीश चंद्र को बस 2 दिन पहले लाइन हाजिर किया था, लेकिन अब SSP उदय शंकर सिंह ने उन्हें जलेसर कोतवाली का इंचार्ज बना दिया है. इसके अलावा जिस चौकी इंचार्ज विपिन भाटी को सिर्फ 2 दिन के निलंबन के बाद फिर से फील्ड पर उतारा गया उनके ऊपर तो शिकायतकर्ता के प्राइवेट पार्ट में करंट लगाने जैसे गंभीर आरोप हैं. इसके बावजूद उन्हें इतनी जल्दी बहाल करने का पुलिस का फैसला हैरान करने वाला है.
इस मामले में 2 ट्रक चालकों ने हाइवे पर चोरी की शिकायत की थी. इसी शिकायत के बाद पुलिसवालों पर इन्हें थाने ले जाकर प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगे थे. पुलिस ने सिर्फ 2 घंटे में मामले को निपटा लेने का दावा किया था. मामले के तूल पकड़ने के बाद आगरा जोन के एडीजी राजीव कृष्णा ने दोबारा से जांच के निर्देश दिए, इसके बाद दो पुलिस कर्मियों के खिलाफ SSP उदय शंकर सिंह ने कार्यवाही की थी.
इस मालमे में अनिरुद्ध नाम के शख्स ने कहा था कि उसके साथ हाइवे पर लूट हुई, लेकिन शिकायत करने पर पुलिस ने उल्टा उसे ही प्रताड़ित किया. प्राइवेट पार्ट में करंट लगाया. उल्टा लटकाकर मारा. मुंह कपड़े से बांध दिया और पानी डाला. इन आरोपों पर एटा के अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय सिंह ने कहा था कि अगर आरोप सही हुए तो पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, लेकिन अब उन्हें वापस ड्यूटी पर बुला लिया गया है.
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