यूपी के एटा में एक ट्रक चालक ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अनिरुद्ध नाम के शख्स का कहना है कि उसके साथ हाइवे पर लूट हुई, लेकिन शिकायत करने पर पुलिस ने उल्टा उसे ही प्रताड़ित किया. प्राइवेट पार्ट में करंट लगाया. उल्टा लटकाकर मारा. मुंह कपड़े से बांध दिया और पानी डाला. इन आरोपों पर एटा के अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय सिंह ने कहा कि, सीओ सिटी को जांच के आदेश दिए गए हैं और तत्काल रिपोर्ट मांगी गई है. अगर आरोप सही हुए तो पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
ट्रक की बैटरी निकालने की शिकायत की थी
गड़रियनपुरवा गांव में रहने वाले विजयपाल और अनिरुद्धपाल ट्रक चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. 9 सितंबर की रात दोनों लखनऊ से गाड़ी चलाकर लोडिंग के लिये एटा आये थे. आरोप है कि एटा में 10 सितंबर की रात करीब 11 बजे हाइवे पर बेखौफ लुटेरों ने गाड़ी में लगी चार बैटरी निकाल ली. इसके साथ ही गाड़ी में सो रहे दोनों शख्स की जेब से उनके मोबाइल फोन और कुल पांच हजार रुपये भी लूट लिए.
अनिरुद्ध का कहना है कि पीड़ित ने 112 नंबर हेल्पलाइन पर रात करीब 11 बजकर 20 मिनट पर फोन किया. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गयी. घटना की जानकारी लेने के बाद चौकी इंचार्ज ने हमें ही हिरासत में ले लिया और चौकी ले गये.
पुलिस पर प्राइवेट पार्ट में करंट लगाने का आरोप
पीड़ित अनिरुद्ध और विजयपाल ने बताया कि चौकी पर ले जाने के बाद चौकी इंचार्ज विपिन भाटी और उनके सहयोगी 4 पुलिसकर्मियों ने उनके साथ मारपीट की. अनिरुद्ध ने बताया कि
"पुलिस वालो ने मेरे प्राइवेट पार्ट में बिजली का करेंट लगाया और उल्टा लटकाकर मारा, जब उनका इतने से भी मन नहीं भरा तो उन्होंने मेरा मुंह कपड़े से बांध दिया और लगभग 30 मिनट तक भिगोते रहे. मेरा पूरा मुंह पानी में डुबो दिया. मुझे ऐसा लग रहा था इससे तो अच्छा ये पुलिस वाले मुझे मार ही डालें."अनिरुद्ध, पीड़ित
आरोप है कि पुलिस ने 11 सितंबर की सुबह करीब 11 बजे अपनी प्राइवेट गाड़ी से लाकर अनिरुद्ध और विजयपाल को जिला अस्पताल में भर्ती करवा दिया. क्विंट की टीम ने इनसे अस्पताल में ही बात की. अस्पताल के बेड पर अनिरुद्ध ने रोते हुए बताया कि "पुलिसवाले हम पर ही चोरी का शक कर रहे थे, कह रहे थे कि कहीं झाड़ियों में तो बैटरी नहीं छुपाई."
एटा पुलिस ने आरोपों पर क्या कहा?
इस घटना पर एटा पुलिस ने ट्वीट भी किया है. जिसमें लिखा है कि, एटा पुलिस को इस घटना की जानकारी 11 सितंबर की रात करीब 11:40 पर हुई. पुलिस ने ट्वीट करके रात में 1:29 पर बताया " दिनांक 10.09.22 को थाना कोतवाली देहात क्षेत्र में ट्रक बैक करते समय पीछे खड़ी बाइक से ट्रक के टकरा जाने पर ट्रक एवं बाइक चालक के बीच कहासुनी हो गई व ट्रक की बैटरी निकाल लिए जाने के संबंध में अभियोग पंजीकृत किया गया है, जांच से अन्य आरोपों की पुष्टि नहीं होती है, आवश्यक कार्रवाई जारी."
इसके बाद 12 सितंबर की सुबह आगरा जोन के अपर पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्णा ने एटा SSP को राजपत्रित अधिकारी से जांच करवाने के बाद तथ्यों से अवगत करवाने के निर्देश दिए. वहीं एटा पुलिस ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी को सौंपी गई है.
इससे पहले भी चर्चा में रहा है ये थाना
ऐसा नहीं है ये कोतवाली देहात के पुलिसकर्मी पहली बार चर्चा में हों. 2021 में इसी थाने में तैनात पुलिसकर्मी प्रवीन ढाबे पर खाना खाने गये थे. ढाबा मालिक ने खाने के 400 रूपये मांगे तो पुलिस ने कथित तौर पर मुठभेड़ की साजिश रच दी. इस पूरे मामले की जांच एटा के तत्कालीन SSP राहुल कुमार ने की थी. इसमें पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी.
केंद्र सरकार ने संसद में दिए बयान में बताया है कि 2020-21 में उत्तर प्रदेश में हिरासत में 451 मौतें दर्ज की गईं, जबकि 2021-22 में यह संख्या बढ़कर 501 हो गई. सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारत में हिरासत में होने वाली मौतों की कुल संख्या 2020-21 में 1,940 से बढ़कर 2021-22 में 2,544 हो गई है.
इनपुट- शुभम श्रीवास्तव
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