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सोशल मीडिया में एक फोटो शेयर हो रही है, जिसमें पानी के पास सफेद कपड़ों में लिपटे कुछ शव और उनके पास खड़े लोग दिख रहे हैं. इसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये फोटो Assam में 8 सितंबर को हुई नाव दुर्घटना के बाद की है.
हालांकि, हमने पाया कि ये फोटो असम की नहीं, बल्कि Bangladesh में जून 2020 में हुई एक नाव दुर्घटना की है.
एक फेसबुक यूजर ने इस फोटो को शेयर कर लिखा, ''মানুহতকৈ গৰুৰ মুল্য যত বেচি সেইখনেই আমাৰ অসম ৷৷"
(गूगल ट्रांसलेटर के मुताबिक अनुवाद: जहां गायों की कीमत इंसानों से ज्यादा है, वो है हमारा असम.)
एक और फेसबुक यूजर ने इसी कैप्शन के साथ इस फोटो को शेयर किया है. दोनों पोस्ट को अगर मिला दें तो दोनों को 100 से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है.
इस फोटो को फ्लैग करते हुए पत्रकार Rokibuz Zaman ने ट्विटर पर बताया कि ये फोटो पुरानी है और बांग्लादेश की है.
फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 29 जून 2020 की NDTV की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें इस फोटो का इस्तेमाल किया गया था. इसके अलावा हमें Reuters पर भी एक न्यूज रिपोर्ट में यही फोटो दिखी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेश में बुरीगंगा नदी में टक्कर में 50 लोगों को ले जा रही एक पैसेन्जर बोट पलट गई, जिससे करीब 23 लोगों की मौत हो गई और अन्य लापता है.
फोटो के कैप्शन में लिखा है, "29 जून 2020 को बांग्लादेश के ढाका में बुरीगंगा नदी में एक पैसेंजर बोट के पलट जाने के बाद, एक नाव पर शवों का ढेर दिखाई दे रहा है."
इस फोटो का क्रेडिट Mohammad Ponir Hossain को दिया गया है.
असम में हाल ही में हुई एक नाव दुर्घटना में, जोरहाट के निमाती घाट पर दो नावें आपस में टकरा गईं थीं, जिस कारण एक नाव पलट गई थी. इनमें करीब 120 लोग सवार थे. अब तक इस दुर्घटना में एक 23 साल की महिला की मौत की सूचना मिली है और 87 लोगों को बचाया गया है.
मतलब साफ है, बांग्लादेश में हुई एक दुर्घटना की पुरानी फोटो को असम में हाल ही में हुई नाव दुर्घटना से जोड़कर गलत दावे से शेयर किया गया है.
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