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बिहार के मुंगेर में 26 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा का एक वीडियो, सोशल मीडिया पर पश्चिम बंगाल का बताकर शेयर किया जा रहा है. यूजर्स दावा कर रहे हैं कि ये हिंसा पश्चिम बंगाल में हुई है.
एक फेसबुक यूजर ने वीडियो के साथ बंगाली में लिखा, "मैं दीदी की पुलिस के हिंदुइज्म पर हमले की फिर निंदा करता हूं."
ये वीडियो पश्चिम बंगाल का नहीं, बल्कि बिहार के मुंगेर की एक घटना का है.
क्विंट की रिपोर्ट में भी इसी वायरल वीडियो की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, मुंगेर में 26 अक्टूबर को दुर्गा पूजा मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा में 25 साल के अनुराग पोद्दार की मौत हो गई थी. इस हिंसा में पुलिस पर गोली चलाने के आरोप लगे थे.
पुलिस ने दावा किया कि भीड़ को हटाने के लिए वो हवा में फायर करने को मजबूर थी. पुलिस ने आरोप लगाया कि जवाब में भीड़ ने भी फायरिंग की.
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हिंसा में कम से कम 30 लोग घायल हो गए थे.
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में भी घटना के यही विजुअल इस्तेमाल किए गए हैं. रिपोर्ट में मुंगेर की एसपी लिपि सिंह के हवाले से कहा गया है, “घटना के दौरान सुरक्षाकर्मियों की तरफ से कोई गोलीबारी नहीं हुई. हिंसक भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज हुआ. पुलिस ने अपनी तरफ से अधिकतम संयम बनाए रखा.”
इससे साफ होता है कि ये घटना बिहार के मुंगेर की है, और इसे गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.
(इस दावे को सबसे पहले BOOMLive ने डिबंक किया था.)
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