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श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा?पुरानी और फोटोशॉप की गई है ये तस्वीर 

हमने पाया कि ये तस्वीर 2010 की है

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हमने पाया कि ये तस्वीर 2010 की है
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हमने पाया कि ये तस्वीर 2010 की है
(फोटो: Altered By Quint)

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श्रीनगर के लाल चौक का एक पुराना और फोटोशॉप किया हुआ फोटो ट्विटर पर खूब शेयर हो रहा है और दावा किया जा रहा है कि चौक पर लगे क्लॉक टॉवर पर राष्ट्रीय ध्वज लहरा रहा है.

ये तस्वीर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा, लद्दाख से बीजेपी संसद जामयांग सेरिंग नामग्याल समेत कई लोगों ने शेयर की और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को क्रेडिट दिया.

हालांकि, हमने पाया कि ये तस्वीर 2010 की है और इसमें फोटोशॉप की मदद से राष्ट्रीय ध्वज जोड़ा गया है.

दावा

कपिल मिश्रा ने इस तस्वीर को ट्वीट कर दावा किया, "लाल चौक पर तिरंगा." ये ट्वीट स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले 14 अगस्त की रात 10:15 पर किए जाने के बाद से 4500 से ज्यादा बार शेयर हुआ और इस पर 25,000 से ज्यादा प्रतिक्रिया आईं.

(सोर्स: ट्विटर/स्क्रीनशॉट)

यही तस्वीर लद्दाख से बीजेपी संसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने शेयर करते हुए लिखा, "वंशवादी राजनेताओं और जिहादी ताकतों की वजह से के एंटी-इंडिया कैंपेन का प्रतीक रहा श्रीनगर का लाल चौक अब राष्ट्रवाद का मुकुट है."

(सोर्स: ट्विटर/स्क्रीनशॉट)
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इसके बाद कई लोगों ने इस ट्वीट को शेयर किया.

(सोर्स: ट्विटर/स्क्रीनशॉट)
(सोर्स: ट्विटर/स्क्रीनशॉट)
(सोर्स: ट्विटर/स्क्रीनशॉट)

हमें क्या मिला?

तस्वीर पर Yandex सर्च इंजन की मदद से रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 'मुबाशिर मुश्ताक' नाम के यूजर एक एक ब्लॉगपोस्ट मिला, जो खुद को फ्रीलांस जर्नलिस्ट बताते हैं. 2010 में मुश्ताक ने इस तस्वीर का इस्तेमाल अपनी 'पैराडाइस लॉस्ट' नाम की स्टोरी में किया था.

हमने देखा कि ब्लॉग की तस्वीर भी वही थी, लेकिन क्लॉक टॉवर पर राष्ट्रीय ध्वज नहीं था.

(सोर्स: ब्लॉगपोस्ट/ट्विटर/Altered By Quint)

हमने फिर मुश्ताक से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि वी तस्वीर 22 जून 2010 को उन्होंने क्लिक की थी. मुश्ताक ने हमें ओरिजिनल फाइल भी भेजी और उसका मेटाडेटा चेक करने पर पुष्टि हुई कि तस्वीर 2010 की ही है.

तस्वीर की EXIF इंफॉर्मेशन

इसके अलावा हमने लाल चौक की हालिया तस्वीरें भी देखीं तो हमें आसपास की जगहों में कुछ अंतर भी दिखा.

इस तस्वीर को ध्यान से देखने पर सीधे हाथ पर मौजूद इमारत में अंतर दिखते हैं. बाएं हाथ पर दी गई तस्वीर 2019 की है.

(सोर्स: PTI/ट्विटर/Altered By Quint)

साफ है कि एक फोटोशॉप की हुई तस्वीर का इस्तेमाल कर गलत दावा किया गया है.

(SM Hoax Slayer के इनपुट्स के साथ)

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