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सोशल मीडिया पर कई यूजर्स, पेड़ पर लटकी एक लाश की फोटो शेयर कर दावा कर रहे हैं कि तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 18 वर्षीय एक युवक की हत्या कर दी है. दावा में टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन की हाल ही में कथित गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए हाथरस की यात्रा पर भी सवाल उठाया गया है.
असल में ये घटना हाल की नहीं, बल्कि 2018 की है. मई 2018 में, पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में 18 साल का एक एक कथित बीजेपी सदस्य मृत पाया गया था.
फोटो के साथ दावे में लिखा है, “ये पश्चिम बंगाल का एक 18 साल का लड़का त्रिलोचन महतो है। जिसका TMC कार्यकर्ताओं ने हत्या कर दी और उसके टीशर्ट पर लिख दिया ‘ये भाजपा में शामिल होने का सज़ा है।' और आज TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन यूपी गए है कानून व्यवस्था पर ज्ञान छिलने। घिनौनी राजनीति देख रहे हो इनके?”
अर्पिता जाना नाम की एक यूजर के ट्वीट पर ये आर्टिकल लिखे जाने तक 7500 रीट्वीट और 11,000 लाइक्स आ चुके थे.
Kreately वेबसाइट, जो इससे पहले भी गलत जानकारी दे चुकी है, ने इस घटना पर एक आर्टिकल पब्लिश कर इस घटना को हाल ही का बताया.
फेसबुक और ट्विटर पर कई सोशल मीडिया यूजर्स ने फोटो को इसी दावे के साथ शेयर किया.
हमने गूगल रिवर्स इमेज किया, जिसके बाद हमें 2018 में पब्लिश हुआ इंडिया टुडे का एक आर्टिकल मिला, जिसमें ये फोटो मौजूद थी.
आर्टिकल में लिखा है कि पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में 18 साल के एक युवक की लाश पेड़ से लटकी पाई गई थी. बीजेपी ने बाद में दावा किया था कि वो पार्टी का सदस्य है.
इसके अलावा, गृहमंत्री अमित शाह ने मई 2018 में फोटो को शेयर करते हुए लिखा था कि "एक युवा सदस्य को एक पेड़ पर इसलिए लटका दिया गया क्योंकि उसकी विचारधारा राज्य के गुंडों से अलग थी."
क्विंट ने भी 2018 में इस घटना को रिपोर्ट किया था. हालांकि तब पीड़ित की पहचान को स्वतंत्र रूप से वेरिफाई नहीं किया जा सका था, अमित शाह ने ट्वीट में दावा किया था कि पीड़ित का नाम "त्रिलोचन महतो" था.
18 वर्षीय के शव के साथ एक कथित नोट मिला था, जिसमें लिखा था, "18 साल की उम्र में बीजेपी के साथ जुड़ना तुम्हारी मौत का कारण है. मैं चुनावों के बाद से ये (तुम्हें मारना) करना चाहता था, लेकिन मैं असफल रहा. आज, तुम्हारा जीवन खत्म हुआ."
वरिष्ठ जिला पुलिस अधिकारी ने तब कहा था, "हमें उसके परिवार ने इस घटना के बारे में जानकारी दी, लेकिन रातभर ढूंढने के बाद भी हम उसकी तलाश नहीं कर पाए."
शाह ने तब पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार इस मौत का जिम्मेदार बताते हुए आरोप लगाया था. टीएमसी ने आरोपों को निराधार और मनगढ़ंत करार दिया था.
इससे साफ होता है कि एक पुरानी घटना को हाल ही का बताकर शेयर किया जा रहा है.’
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