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एक हॉस्पिटल के ब्लूप्रिंट का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि ये 'बाबरी हॉस्पिटल' का ब्लू प्रिंट है जिसे सुन्नी वक्फ बोर्ड अयोध्या में मस्जिद बनाने के लिए मिली 5 एकड़ की जमीन पर बनवाने की योजना में है. साथ ही ये भी दावा किया जा रहा है कि डॉ कफील खान इस हॉस्पिटल के प्रमुख होंगे. वास्तव में ये एक अमेरिकी हॉस्पिटल की फोटो है.
इस फोटो के साथ सोशल मीडिया अलग-अलग मैसेज के साथ दावा किया जाने लगा कि ये 'बाबरी हॉस्पिटल' है. इस मस्जिद को सुन्नी वक्फ बोर्ड उस जमीन पर बनवा रही है जो 5 एकड़ जमीन उन्हें सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मिली है.
अगर कोई फोटो पर गौर करके देखे तो इसी तस्वीर में बायीं तरफ दो डिपार्टमेंट के नाम भी देखे जा सकते हैं. इसमें लिखा है 'डिपार्टमेंट ऑफ कैंसर' और 'डिपार्टमेंट ऑफ कोरोना'.
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस 'फैसले' का स्वागत किया है. लोग सुन्नी वक्फ बोर्ड की ऐसा फैसला लेने के लिए तारीफ कर रहे हैं.
फेसबुक पर भी लोगों ने इसे जमकर पोस्ट किया.
कई लोगों ने साथ में ये तक दावा कर दिया कि डॉ कफील खान इस हॉस्पिटल के प्रमुख होंगे.
वायरल इमेज का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें पता चला कि ये यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया अमेरिका में बनने वाले हॉस्पिटल का ब्लूप्रिंट है. हमें ये फोटो हॉस्पिटल के लिंक्डइन पेज पर मिला.
इसके बाद हम एक स्मिथ ग्रुप की आर्किटेक्ट वेबसाइट पर भी इस तरह की तस्वीर मिली जिसके मुताबिक वो इस प्रोजेक्ट पर यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया के साथ काम कर रहे थे. हमें इसी प्रोजेक्ट की इसी तरह की और बड़ी और अलग एंगल वाली तस्वीरें भी देखने को मिलीं.
उत्तर प्रदेश के सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड ने फरवरी 2020 में कहा था कि ऐसी चर्चा चल रही है कि पांच एकड़ के प्लॉट वहां पर मस्जिद के अलावा इंडो इस्लामिक रिसर्च सेंटर, एक हॉस्पिटल और लाइब्रेरी बनाई जाए.
सुन्नी वक्फ बोर्ड ने भी बयान जारी करके इस पोस्ट को फेक बताया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर में बताया गया है कि सुन्नी वक्फ बोर्ड ने इस फेक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर लखनऊ पुलिस कमिश्नर से शिकायत दर्ज कराई है.
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