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इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और आर्मी की वर्दी पहने फेसबुक के को-फाउंडर मार्क जकरबर्ग की एक फोटो वायरल हो रही है. जिसमें दोनों साथ में बैठ देख रहे हैं.
हालांकि, क्विंट की वेबकूफ टीम की पड़ताल में ये फोटो एडिटेड निकली. ओरिजिनल फोटो में बेंजामिन नेतन्याहू के साथ इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) के चीफ ऑफ स्टाफ अवीव कोहावी बैठे हुए हैं. जिनके चेहरे के ऊपर मार्क जकरबर्ग का चेहरा लगा दिया गया है. ओरिजिनल फोटो नवंबर 2019 में तेल अवीव में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की है.
फोटो के साथ कैप्शन में लिखा है, ''आतंकी संगठन हमास समर्थक ईमान वाले बायकॉटियों इजरायल के विरोध में फेसबुक कब छोड़ रहे हो.''
हमने Yandex पर फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करके देखा. हमें जॉर्जिया की न्यूज एजेंसी ‘InterPressNews’ में पब्लिश एक आर्टिकल मिला जिसमें ऐसी ही एक फोटो का इस्तेमाल किया गया था.
ये आर्टिकल 12 नवंबर 2019 को पब्लिश हुआ था. जिसमें लिखा है कि पीएम नेतन्याहू ने इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) के चीफ ऑफ स्टाफ अवीव कोहावी और 'शिन बेट' के चीफ नदव अर्गमन के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
IDF प्रमुख की तस्वीर में मार्क जकरबर्ग का चेहरा लगाकर इसे बदल दिया गया है. हमें दोनों फोटो में एक जैसी कई चीजें नजर आईं, जैसे दोनों फोटो में एक ही आर्मी ड्रेस देखी जा सकती है.
वायरल फोटो में दिख रहे बैकग्राउंड में फेसबुक का लोगो भी एडिट करके जोड़ा गया है, जबकि असली फोटो का बैकग्राउंड इससे अलग है.
हमें ‘The Times of Israel' पर इस इवेंट की अन्य फोटो भी मिली. इसमें भी बताया गया था कि ये फोटो इजरायल में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है.
आर्टिकल में इस्तेमाल की गई फोटो के कैप्शन में लिखा है, ''12 नवंबर, 2019 को तेल अवीव में रक्षा मंत्रालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम बेंजामिन नेतन्याहू (दाएं) और आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ अवीव कोहावी.
हमें इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की फोटो Getty Images पर भी मिली.
हमने मार्क जकरबर्ग और नेतन्याहू की मीटिंग से जुड़ी हाल की न्यूज रिपोर्ट भी ढूंढी, लेकिन हमें ऐसी कोई भी रिपोर्ट नहीं मिली.
मतलब साफ है कि इजरायल-फिलिस्तीन के बीच चल रहे तनाव के बीच एक पुरानी फोटो को एडिट कर ये गलत दावा किया जा रहा है कि इजरायल के पीएम और फेसबुक के को-फाउंडर मार्क जकरबर्ग को एक साथ मीटिंग करते देखा जा सकता है. इस फोटो में मार्क जकरबर्ग का चेहरा एडिट करके जोड़ा गया है.
बता दें कि 21 मई 2021 को दोनों देशों ने 11 दिन तक चले खून-खराबे के बाद युद्धविराम की घोषणा कर दी है. इस तनाव की वजह से दोनों पक्षों के 250 से ज्यादा लोग मारे गए हैं.
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