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फेक न्यूज फैलाने को लेकर सुर्खियों में आने वाली वेबसाइट पोस्टकार्ड न्यूज के फेसबुक पेज को इस सोशल मीडिया साइट से हटा दिया गया है. 15 जुलाई को इस पेज को रिमूव किया गया है.
जब द क्विंट ने पोस्टकार्ड न्यूज के ऑफिशियल फेसबुक पेज को एक्सेस करने की कोशिश की तो, स्क्रीन पर एक मैसेज आया, “आप जिस पेज को एक्सेस करने की कोशिश कर रहे हैं, उसे इस समय नहीं दिखाया जा सकता है. यह अस्थायी रूप से अनुपलब्ध हो सकता है या फिर जिस लिंक पर आपने क्लिक किया हो वह गलत हो सकता है. या फिर आपको ये पेज देखने की परमिशन नहीं हो सकती है.”
अल्ट न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पोस्टकार्ड न्यूज के फाउंडर महेश विक्रम हेगड़े को कर्नाटक पुलिस ने 30 मार्च को गिरफ्तार किया था. कर्नाटक के एक जैन मुनि पर हमले की फेक न्यूज फैलाने का उन पर आरोप था.
यह केवल एक मात्र ऐसी खबर नहीं रही है. इससे पहले भी अक्सर यह पोर्टल सांप्रदायिक दंगे फैलाने वाली, उत्तेजक और गलत खबरें पब्लिश करती रही है. 2017 में अल्ट न्यूज ने इस वेबसाइट पर पोस्ट की गई फेक न्यूज के बारे में एक लंबी लिस्ट दी थी. पोस्टकार्ड न्यूज के कुछ फेक न्यूज पर डालते हैं एक नजरः
मार्च 2018 में कर्नाटक चुनाव के दौरान पोस्टकार्ड न्यूज ने एक रिपोर्ट छापी थी, जिसमें एक जैन मुनि पर मुस्लिम शख्स के हमला करने की बात थी. जबकि हकीकत में जैन मुनि के साथ सड़क दुर्घटना हुई थी. जिस वजह से उन्हें चोटें आईं थी.
जनवरी 2018 में पोर्टल ने एक खबर पब्लिश की थी कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले में एक हिंदू दलित एक्टिविस्ट की जिहादियों ने निर्मम तरीके से हत्या कर दी. हालांकि ये भी फेक न्यूज ही निकली.
जून 2018 में पोस्टकार्ड न्यूज ने एक लेख पब्लिश किया जिसमें दावा किया गया था कि प्रणब मुखर्जी ने अपनी किताब में जिक्र किया है कि पीएम मोदी की तारीफ की वजह से सोनिया गांधी ने उनका अपमान किया. हालांकि ये भी फेक न्यूज ही निकली.
इस न्यूज पोर्टल ने एक खबर पब्लिश की थी, जिसमें ये दावा किया गया था कि कर्नाटक में सोशल साइंस की किताबों में इस्लाम को बढ़ावा देने, ईसाई धर्म को फैलाने और बच्चों को चर्च और मस्जिदों में जाने के लिए प्रेरित करने वाले चैप्टर हैं. ये भी फेक न्यूज ही थी.
पोस्टकार्ड न्यूज फरहान अख्तर, ए आर रहमान, राजदीप सरदेसाई के बेटे, पंडित जवाहर लाल नेहरु और कई अन्य लोगों और घटनाओं पर समय-समय पर फेक न्यूज पब्लिश करता रहा है. जब इसके फाउंडर महेश हेगड़े को मार्च 2018 में गिरफ्तार किया गया था तो ऐसा लगा था कि इस वेबसाइट पर फेक न्यूज पब्लिश नहीं होगी. लेकिन ये लगातार जारी है.
हेगड़े की गिरफ्तारी के समय केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े, कई बीजेपी सांसद, विधायक और नेता ने इस गिरफ्तारी पर आपत्ति जाहिर की थी. पीएम मोदी हेगड़े को ट्विटर पर फॉलो भी करते हैं.
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