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सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के भाषण का 10 सेकेंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें राहुल गांधी कहते दिख रहे हैं - किसान का कर्जा माफ किया तो किसान की आदत खराब हो जाएगी. वीडियो सोशल मीडिया पर इसी दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि किसानों के हित की बात करने वाले राहुल गांधी खुद किसानों की कर्जमाफी को गलत बता चुके हैं.
वेबकूफ की पड़ताल में सामने आया कि राहुल गांधी के भाषण का अधूरा हिस्सा गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. पूरे वीडियो में राहुल गांधी किसानों की कर्जमाफी न करने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं.
फेसबुक और ट्विटर पर वीडियो के साथ शेयर किया जा रहा कैप्शन है - किसानों का कर्ज माफ नहीं करना चाहिए. कर्ज माफ करने से किसानों की आदत खराब हो जाएगी.
वीडियो 2018 में भी इसी दावे के साथ शेयर किया गया था
वायरल वीडियो के की-फ्रेम को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें कांग्रेस के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर 17 मई, 2018 को अपलोड किया गया वीडियो मिला. डिस्क्रिप्शन से पता चलता है कि वीडियो बिलासपुर में हुई किसान-आदिवासी रैली का है.
27 मिनट का वीडियो गुजरने के बाद राहुल गांधी का वह भाषण आता है, जिसका एक हिस्सा वायरल किया जा रहा है. भाषण में राहुल गांधी आरोप लगा रहे हैं कि केंद्र सरकार उद्योगपतियों का कर्जा माफ कर रही है लेकिन किसानों का नहीं.
27ः 54 मिनट वीडियो गुजरने पर राहुल गांधी कहते हैं - पिछले साल हिंदुस्तान की सरकार ने ढाई लाख करोड़ रुपया हिंदुस्तान के सबसे बड़े 15 उद्योगपतियों का कर्जा माफ किया है. मगर वही सरकार जो 15 लोगों के लिए ढाई लाख करोड़ रुपया माफ कर सकती है. वही सरकार हिंदुस्तान केे करोड़ों किसानों के लिए एक रुपया भी कर्जा माफ नहीं कर सकती. उनके नेता कहते हैं कि किसान का कर्जा माफ नहीं करना चाहिए क्योंकि अगर किसान का कर्जा माफ किया तो किसान की आदत खराब हो जाएगी.
राहुल गांधी के भाषण से सिर्फ 10 सेकंड की क्लिप को शेयर कर ये झूठा दावा किया जा रहा है कि उन्होंने किसानों की कर्जमाफी को गलत बताया. जबकि असल में राहुल ये बात केंद्र सरकार के नेताओं को लेकर कह रहे थे. मतलब साफ है कि सोशल मीडिया पर राहुल का अधूरा वीडियो गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
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