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वीडियो एडिटर: संदीप सुमन
सिंघु बॉर्डर (Singhu Border, Delhi) पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि सोशल मीडिया पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के खिलाफ गलत खबरें (Fake News) चलाकर उनके आंदोलन (Farmers Protest) को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. 'जब तक किसानों की मांगे पूरी नहीं हो जाती, वो यहां से जाएंगे नहीं' किसानों की इसी के साथ ही कहना है कि जो भी सोशल मीडिया पर बिना वेरीफाई करके न्यूज शेयर कर रहा है तो उसे पहले ग्राउंड पर आकर देखना चाहिए और उसी के बाद अपनी राय बनानी चाहिए.
मीलों दूर से कृषि कानूनों (Agriculture Laws) के खिलाफ प्रदर्शन करने आए किसान अक्षदीप का कहना है कि- यहां पर ना कोई खालिस्तान की बात कर रहा है, न ही किसी पार्टी के खिलाफ बात हो रही है, यहां प्रदर्शन सिर्फ किसान कर रहे हैं और किसानों की ही बात हो रही है. हम सभी किसानों की हितों की रक्षा के लिए यहां आए हैं, खालिस्तान जैसी गलत बातों को सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है उस हिसाब से हमें लगता है कि हम किसानों भाइयों कैसे रिप्रजेंट करेंगे?
प्रदर्शन में शामिल किसान, कमल सिंह कहते हैं कि- हमारे सभी किसान भाई यहां प्रदर्शन के लिए आए हैं, हिंदू, सिख, मुसलमान सभी यहां हमारे साथ है और ये आतंकवाद की निशानी नहीं है.
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