advertisement
महाराष्ट्र की सत्ताधारी पार्टी शिवसेना के सांसद संजय राउत और फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाली एक्ट्रेस कंगना रनौत के बीच जबरदस्त बहसबाजी चल रही है. ये लड़ाई जमीन पर कम सोशल मीडिया पर ज्यादा है. ट्विटर पर राजनेता राज ठाकरे के नाम से बहूरूपिया अकाउंट बनाकर कंगना रनौत को समर्थन किया जा रहा है.
इस स्टोरी को करते हुए हमने कुछ ट्विटर अकाउंट्स को छांटा है, जिन्होंने अच्छी तादाद में अपने फॉलोअर्स बढ़ाए हैं. हम आपको समझाने की कोशिश करेंगे कि राज ठाकरे ने जो कभी कहा ही नहीं, उन फर्जी बयानों को सोशल मीडिया पर वायरल कराया गया.
4 सितंबर को इस फेक अकाउंट से ट्वीट करते हुए दावा किय गया कि 'जब कंगना रनौत मुंबई वापस लौटेंगी तो MNS उनका भव्य स्वागत करेगी.' ये ट्वीट वायरल कराया गया.
इस अकाउंट से ट्वीट लिखा गया- “आगामी 9 तारिख को हिन्दू शेरनी कंगना रनौत का महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भव्य स्वागत किया जायेगा। संजय राऊत हिम्मत हैं तो रोक के दिखाना।”
इस रिपोर्ट को लिखने तक इस अकाउंट पर किए गए फेक ट्वीट पर 15,000 लाइक्स हैं और 3,200 रीट्वीट्स हैं. इस ट्वीट का स्क्रीन शॉट फेसबुक पर भी शेयर किया गया. शेयर करते हुए लोगों ने लिखा कि 'राज ठाकरे का संजय राउत को जवाब.'
इसके बाद जब हमने इस ट्वीट के टेक्स्ट से सर्च किया तो हमें पता चला कि इस अकाउंट का यूजर नेम @RealThackeray से बदलकर @ThackerayOffic कर दिया गया है. और बाद में आखिरकार इसका नाम @IRajThackeray29 किया गया है.
@IRajThackeray29 इस अकाउंट के अलावा हमने कुछ और बहुरूपिए अकाउंट्स (@RaajThakrey, @realthakare, @TigarThakre) की एक्टिविटी पर नजर रखी. हमें इन अकाउंट्स में कई सारी गड़बड़ियां दिखीं, इससे हमें हैंडल की विश्वसनीयता को लेकर शक हुआ.
राज ठाकरे ने ट्विटर मई 2017 में जॉइन किया और इनका अकाउंट वेरीफाइड है जिस पर 7,23,000 फॉलोअर हैं. उनके ट्विट्स पर नजर दौड़ाने से पता चलता है कि उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं लिखा है जो उनके नाम से लिखकर वायरल कराया जा रहा है.
ये पहली बार नहीं है कि किसी राजनेता या फिर मशहूर व्यक्ति के नाम से बहूरूपिए अकाउंट्स बनाकर टारगेट किया गया हो.
जून की शुरुआत में कई सारे दिग्गज नेताओं जैसे प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के भी बहूरूपिए अकाउंट बनाए गए और उन अकाउंट्स से भारत-चीन सीमा विवाद के मद्देनजर भारत को समर्थन करने वाले ट्वीट किए गए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)