advertisement
कांग्रेस को वोट न देने की अपील के साथ सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है. मैसेज में लोगों से अपील की जा रही है कि वो कांग्रेस को वोट न दें. एक समुदाय को ये आगाह किया जा रहा है कि वे कांग्रेस को वोट देने से पहले 2002 का गोधरा कांड याद कर लें.
ये मैसेज कुछ इस तरह है:
इस मैसेज को 2002 गोधरा कांड का बताकर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है. फेसबुक पर भी लोग इसे गोधरा कांड की तस्वीर समझ कर तेजी से वायरल कर रहे हैं.
इस मैसेज और तस्वीर को i support yogi नाम से बने फेसबुक ग्रुप पर अब तक एक हजार से ज्यादा लोग शेयर कर चुके हैं.
ठीक इसी तरह के लिखे मैसेज और तस्वीर को गोधरा की तस्वीर बताकर बड़े पैमाने पर लोग इसे वॉट्सऐप ग्रुप पर भी तेजी से शेयर कर रहे हैं.
Alt News ने इसकी पड़ताल शुरू की, तो पता चला कि इंडिया टुडे के दावे के मुताबिक, ठीक इसी तरह का मैसेज 2017 में भी वायरल हुआ था. पिछले साल रोहिंग्या लोगों को जिंदा जलाने को लेकर जो खबर वायरल हुई थी, उसमें भी इसी तस्वीर को वायरल किया गया था.
2010 में हुए फ्यूल टैंकर ब्लास्ट में 230 लोगों की मौत हुई थी. उस समय यह खबर बहुत बड़ी थी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माडिया ने इसे कवर किया था. लेकिन उस वक्त भी ठीक इसी तरह की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था.
फ्यूल ब्लास्ट की तस्वीर को 2002 के दंगे से जोड़ कर लोग तेजी से वायरल कर रहे हैं. कट्टर मोदी समर्थक ग्रुप से जुड़ते ही अपने 51 साथी को भी जोड़े. iron man modi- लोह पुरुष मोदी, i support namo जैसे कई ग्रुपों पर लोग इन तस्वीरों को सबसे ज्यादा शेयर कर रहे हैं. अब तक तकरीबन 1600 लोग इन तस्वीरों को शेयर कर चुके हैं.
इन तस्वीरों को व्यक्तिगत तौर पर भी लोग शेयर कर रहे हैं. kesharia vastu samrat chetan नाम के प्रोफाइल से इस तरह की तस्वीरों को तकरीबन 3,000 बार शेयर किया जा चुका है.
एक पत्रकार ने इस वायरल तस्वीर पर ट्वीट करते हुए कहा कि राजस्थान विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस तरह की तस्वीरों को राजस्थान में भी खूब वायरल किया जा रहा है.
चुनावों के दौरान इस तरह की भ्रामक और गलत तस्वीरों का वायरल होना अब आम हो चुका है. मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. कुछ दिनों पहले वहां भी शिवराज सिंह चौहान को लेकर फेक न्यूज का मामला सामने आया था. एक कांग्रेस नेता पर प्रॉस्टिट्यूशन के फेक आरोप भी लगे थे.
स्रोत : Alt news
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)