गोधरा कांड की फेक फोटो दिखाकर गुमराह किए जा रहे लोग

सोशल मीडिया पर 2010 की तस्वीर को गोधरा कांड की बताकर लोग कांग्रेस को वोट न देने की अपील कर रहे हैं.

क्विंट हिंदी
वेबकूफ
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2010 के फ्यूल ब्लास्ट की तस्वीर को गोधरा कांड की तस्वीर बताकर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.
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2010 के फ्यूल ब्लास्ट की तस्वीर को गोधरा कांड की तस्वीर बताकर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.
photo: Alt news

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कांग्रेस को वोट न देने की अपील के साथ सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है. मैसेज में लोगों से अपील की जा रही है कि वो कांग्रेस को वोट न दें. एक समुदाय को ये आगाह किया जा रहा है कि वे कांग्रेस को वोट देने से पहले 2002 का गोधरा कांड याद कर लें.

ये मैसेज कुछ इस तरह है:

“कांग्रेस को वोट देने से पहले हिन्दुओ भाई जरा गोधरा कांड भी याद कर लेना जो कांग्रेस के सरकार में कांग्रेस के ही मुस्लिमों ने दो बोगियों से भरा हुआ हिन्दुओ को तेल छिड़क कर आग में जलाया गया था ,अगर थोड़ा सा भी हिन्दुओ के प्रति दया है तो कांग्रेस मुक्त भारत कर दो हमारे प्यारे हिन्दू भाइयो।’’

वॉट्सऐप और फेसबुक ग्रुप पर शेयर हो रही तस्वीरें

इस मैसेज को 2002 गोधरा कांड का बताकर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है. फेसबुक पर भी लोग इसे गोधरा कांड की तस्वीर समझ कर तेजी से वायरल कर रहे हैं.

इस मैसेज और तस्वीर को i support yogi नाम से बने फेसबुक ग्रुप पर अब तक एक हजार से ज्यादा लोग शेयर कर चुके हैं.

फेसबुक पर अब तक इस मैसेज को एक हजार से ज्यादा लोग शेयर कर चुके हैं.photo: Alt News

ठीक इसी तरह के लिखे मैसेज और तस्वीर को गोधरा की तस्वीर बताकर बड़े पैमाने पर लोग इसे वॉट्सऐप ग्रुप पर भी तेजी से शेयर कर रहे हैं.

वॉट्सऐप ग्रुप पर भी लोग वायरल हो रहा है ये मैसेज.photo: Alt News

वायरल होते मैसेज में कितनी सच्चाई है?

Alt News ने इसकी पड़ताल शुरू की, तो पता चला कि इंडिया टुडे के दावे के मुताबिक, ठीक इसी तरह का मैसेज 2017 में भी वायरल हुआ था. पिछले साल रोहिंग्या लोगों को जिंदा जलाने को लेकर जो खबर वायरल हुई थी, उसमें भी इसी तस्वीर को वायरल किया गया था.

यही तस्वीर 2017 में भी वायरल हुई थी.Alt News

2010 में हुए फ्यूल टैंकर ब्लास्ट में 230 लोगों की मौत हुई थी. उस समय यह खबर बहुत बड़ी थी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माडिया ने इसे कवर किया था. लेकिन उस वक्त भी ठीक इसी तरह की तस्वीरों को सोशल मीडि‍या पर वायरल किया गया था.

2010 में हुए फ्यूल ब्लास्ट की तस्वीर.photo: Alt News

मैसेज को वायरल करने की हो रही है अपील

फ्यूल ब्लास्ट की तस्वीर को 2002 के दंगे से जोड़ कर लोग तेजी से वायरल कर रहे हैं. कट्टर मोदी समर्थक ग्रुप से जुड़ते ही अपने 51 साथी को भी जोड़े. iron man modi- लोह पुरुष मोदी, i support namo जैसे कई ग्रुपों पर लोग इन तस्वीरों को सबसे ज्यादा शेयर कर रहे हैं. अब तक तकरीबन 1600 लोग इन तस्वीरों को शेयर कर चुके हैं.

एक फेसबुक यूजर ने इस तस्वीर को 3,000 बार शेयर किया है.photo: Alt News

इन तस्वीरों को व्यक्तिगत तौर पर भी लोग शेयर कर रहे हैं. kesharia vastu samrat chetan नाम के प्रोफाइल से इस तरह की तस्वीरों को तकरीबन 3,000 बार शेयर किया जा चुका है.

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चुनाव के वक्त अक्सर वायरल होती हैं ऐसी तस्वीरें

एक पत्रकार ने इस वायरल तस्वीर पर ट्वीट करते हुए कहा कि राजस्थान विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस तरह की तस्वीरों को राजस्‍थान में भी खूब वायरल किया जा रहा है.

आरचिज मोहन ने बताया कि राजस्थान में चुनाव के समय इस तरह की तस्वीर को लोग शेयर कर रहे हैं.ट्विटर

चुनावों के दौरान इस तरह की भ्रामक और गलत तस्वीरों का वायरल होना अब आम हो चुका है. मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. कुछ दिनों पहले वहां भी शिवराज सिंह चौहान को लेकर फेक न्यूज का मामला सामने आया था. एक कांग्रेस नेता पर प्रॉस्टिट्यूशन के फेक आरोप भी लगे थे.

स्रोत : Alt news

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