Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Webqoof Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019नेहरू-इंदिरा की इस फोटो को लेकर किया जा रहा दावा झूठा है

नेहरू-इंदिरा की इस फोटो को लेकर किया जा रहा दावा झूठा है

इस फोटो में इंदिरा गांधी के साथ रूसी पेंटर निकोलस और भारतीय राजनयिक यूनुस खान खड़े हैं, न कि उनके पति और ससुर।

टीम वेबकूफ
वेबकूफ
Published:
<div class="paragraphs"><p>इंदिरा गांधी से जुड़े झूठे दावे और उनका सच</p></div>
i

इंदिरा गांधी से जुड़े झूठे दावे और उनका सच

(फोटो: Altered by The Quint)

advertisement

सोशल मीडिया पर जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की एक पुरानी फोटो फिर शेयर की जा रही है. इस फोटो में दो और लोग दिख रहे हैं जिन्हें लेकर दावा किया जा रहा है कि इनमें से एक इंदिरा के पति 'फ़िरोज़ खान' और दूसरे ससुर बरकत अली हैं.

हालांकि, हमने पाया कि फोटो में गांधी परिवार के साथ दिख रहे अन्य दो लोगों की गांधी परिवार के साथ संबंधों को लेकर गलत पहचान बताई गई है. फोटो में दिख रहे दोनों में से एक रूसी पेंटर निकोलस रोरिक और दूसरे यूनुस खान हैं. इंदिरा के पति का नाम फिरोज खान नहीं बल्कि फिरोज गांधी था और ससुर का नाम फरेदुन जहांगीर गांधी.

दावा

फोटो को शेयर कर कई सोशल मीडिया यूजर्स ने दावे में लिखा है: "इंदिरा गांधी अपने शौहर फ़िरोज़ खान और ससुर बरकत अली के साथ । पूरे देश को बताया गया कि ये कश्मीरी पंडित परिवार है "

सारिका नाम के एक ट्विटर अकाउंट से शेयर किए गए इस दावे को आर्टिकल लिखते समय तक 1400 से ज्यादा रिट्वीट और करीब 2400 लाइक्स मिल चुके हैं.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

इस दावे को कई लोगों ने फेसबुक और ट्विटर दोनों जगह शेयर किया है. इनके आर्काइव आप यहां, यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

इसके पहले पिछले साल भी इस फोटो को शेयर कर ऐसा ही दावा किया जा चुका है. इनके आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

पड़ताल में हमने क्या पाया

वायरल फोटो को कई गलत दावों के साथ शेयर किया जा रहा है:

  • इस फोटो में बरकत अली नाम का कोई शख्स है ही नहीं, सबसे दाईं ओर से दूसरे नंबर पर खड़े शख्स रशियन पेंटर निकोलस रोरिक हैं. पिछले साल किए गए दावों में इन्हें यूनुस खान बताया जा रहा था. बता दें कि न तो इंदिरा के ससुर का नाम बरकत अली है और न ही यूनुस खान.
  • इस फोटो में सबसे दाईं ओर यूनुस खान खड़े हैं जो एक भारतीय राजनयिक थे. इस फोटो में फिरोज खान नाम का भी कोई नहीं है.

फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें Pinterest अकाउंट मिला, जिसमें पेंटर 'निकोलस रोरिक' को टैग किया गया है.

इस फोटो में पेंटर निकोलस टैग हैं

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/Pinterest)

संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर हमें न्यूयॉर्क शहर के Nicholas Roerich Museum की वेबसाइट मिली, जो इस रूसी आर्टिस्ट के काम के लिए समर्पित है.

हमें यही फोटो आर्काइव में भी मिली. इसमें बताया गया था कि ये फोटो 1942 में भारत के नग्गर में खींची गई थी. रोरिक ने अपनी जिंदगी के आखिरी साल यहीं बिताए थे.

फोटो 1942 में भारत के नग्गर में खींची गई थी

(फोटो: स्क्रीनशॉट/roerich.org)

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

हमें यही फोटो मोहम्मद यूनुस खान के विकिपीडिया पेज पर भी मिली, जिसमें उन्हें फोटो में सबसे दाईं ओर खड़े शख्स के तौर पर पहचाना गया था. फोटो का क्रेडिट Helena Ivanovna Roerich. Letters. Volume 7 किताब को दिया गया था.

मोहम्मद यूनुस सबसे दाईं ओर खड़े हैं

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/विकीपीडिया)

इस किताब में चारों की एक और तस्वीर है. इसके कैप्शन में सबसे दाईं ओर खड़े शख्स को मोहम्मद यूनुस बताया गया है.

सबसे किनारे मोट यूनुस खड़े हैं

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/Roerich Library)

हमें 18 जून 2001 को The Hindu में पब्लिश 'Mohammad Yunus dead' शीर्षक वाला एक आर्टिकल मिला. इसमें बताया गया है कि मोहम्मद यूनुस एक प्रतिष्ठित राजनयिक, ट्रेड फेयर अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन और नेहरू परिवार के करीब दोस्त थे.

जब वो छात्र थे तब ही स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया था और इसी दौरान वो नेहरू के संपर्क में आए. आर्टिकल में आगे लिखा है कि उनकी दोस्ती गहरी हो गई और तीन दशकों से ज्यादा चली.

इसके अलावा, इंदिरा गांधी का विवाह फिरोज गांधी (Gandhi) से हुआ था. जिनका शुरुआत में सरनेम 'Ghandy' था न कि खान. वायरल पोस्ट में उनके नाम के आगे खान लगाया जा रहा है जोकि गलत है. इंदिरा गांधी के ससुर का नाम बरकत अली नहीं फरेदुन जहांगीर गांधी (Ghandy) था.

इसके पहले भी क्विंट की वेबकूफ टीम इस तरह के एक दावे की पड़ताल कर चुकी है. जिसमें इसी फोटो को शेयर किया गया था.

मतलब साफ है कि वायरल फोटो के साथ किया जा रहा हर दावा गलत है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT