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इमरजेंसी की पूरी कहानी: सिर्फ 180 सेकेंड में...

इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी कोई सरकारी पद पर नहीं थे, फिर भी उनका प्रभाव काफी था

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44 साल पहले 25 जून 1975 को भारत की पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता इंदिरा गांधी ने पूरे देश में इमरजेंसी लगाने की घोषणा कर दी थी. इमरजेंसी से दो साल पहले तक देश में हालत इतने खराब हो गए थे कि इंदिरा को इमरजेंसी की घोषणा करनी पड़ी.

तब देश के हालत कुछ इस तरह थे- देश में मॉनसून देरी से था, मंहगाई आसमान छू रही थी, विकास दर रुकी हुई थी, 14 लाख रेलवे कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे. लेकिन इमरजेंसी लगाने के बाद भी हालत कुछ ठीक नहीं हुए, बल्कि हालत पहले से और बिगड़ आए.

इमरजेंसी की 44वीं बरसी पर, एक नजर में देखिए पूरी कहानी-

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