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सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल है, जिसमें एक बिल्डिंग के सामने 'I Love Keoratola Mahasashan' (आई लव केवड़ातला महासाशन) लिखा साइन बोर्ड दिख रहा है. इस फोटो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये कोलकाता (Kolkata) के श्मशान घाट के बाहर लगाया गया है.
(ऐसे और भी पोस्ट के आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं.)
हमारी WhatsApp टिपलाइन पर भी वायरल दावे से जुड़ी क्वेरी आई है.
सच क्या है?: वायरल फोटो एडिटेड है. कोलकाता में श्मशान घाट के पास केवड़ातला महाशासन लिखा हुआ कुछ भी नहीं लगाया गया है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?: वायरल फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें Wikipedia Commons पर अपलोड की गई असली फोटो मिली.
ये फोटो 14 अक्टूबर 2011 की है कोलकाता में केवड़ातला श्मशान घाट को दिखाती है.
ओरिजिनल फोटो में प्रवेश द्वार पर 'I love Keoratola Mahasashan' लिखा कोई भी साइनबोर्ड नहीं था.
वायरल फोटो की तुलना असली फोटो से करने पर कई समानताएं देखी जा सकती हैं.
Times of India की 2019 की एक रिपोर्ट में भी इस फोटो का इस्तेमाल किया गया था.
ये रिपोर्ट कोलकाता नगर निगम (KMC) संचालित श्मशान घाटों में काम करने वाले पुजारियों के भुगतान से जुड़े फैसले के बारे में थी.
फर्जी फोटो के बारे में बात करती पश्चिम बंगाल सीएम से जुड़ी रिपोर्ट: हमें Hindustan Times Bangla पर 10 अप्रैल की एक रिपोर्ट मिली.
रिपोर्ट के मुताबिक, नवन्ना में एंबुलेस का उद्धाटन करने के बाद पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने वायरल तस्वीर के बारे में बात की.
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही केवड़ातला श्मशान घाट से जुड़ी तस्वीर फर्जी है.
उन्होंने ये भी कहा, ''फेक न्यूज बर्दाश्त नहीं की जाएगी. क्या कोई अंतिम संस्कार से प्यार कर सकता है? श्मशान अंतिम जगह है. दुख पहुंचाने वाली जगह. ऐसी फोटो शेयर करने वालों को शर्म आनी चाहिए.''
हमने असली तस्वीर खींचने वाले फोटोग्राफ से संपर्क किया है. प्रतिक्रिया मिलते ही स्टोरी को अपडेट किया जाएगा.
निष्कर्ष: कोलकाता में 'I love Keoratala' (आई लव केवड़ातला) लिखे साइन बोर्ड को दिखाती ये फोटो एडिटेड है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)
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