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सोशल मीडिया पर मणिपुर (Manipur) का बताकर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग खेतों के बीच से होकर जाते दिख रहे हैं.
क्या है दावा?: दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो 'मणिपुर में बीजेपी समर्थक उग्रवादियों' के हमले से भागते हुए लोगों का है.
वीडियो शेयर कर यूजर्स कैप्शन में लिख रहे हैं, ''#मणिपुर भाजपा समर्थक उग्रवादियो ने आदिवासी इलाको पर फिर की भारी बमबारी आदिवासी अपनी जान बचाने के लिए जंगलों की ओर भागे 60 दिनो से मणिपुर जल रहा है और मोदी चुनावी फायदे के लिए अपने बूथ को मजबूत करने मे लगा है''
रिपोर्ट लिखते समय तक वीडियो को 28000 से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं.
(ऐसे और भी दावों के आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.)
दावे का सच है?: वायरल हो रहे वीडियो का मणिपुर से कोई संबंध नहीं है.
वायरल वीडियो सीरिया के गोलन का है, जिस पर इजरायल का कब्जा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये वीडियो तब लिया गया था जब विंड टर्बाइन प्रोजेक्ट के निर्माण के विरोध में प्रदर्शन किया गया था.
हमने सच का पता कैसे लगाया?: वीडियो वेरिफिकेशन टूल InVID का इस्तेमाल कर हमने वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उनमें से कुछ पर रिवर्स इमेज सर्च किया.
हमें Orient TV के ऑफिशियल यूट्यूब हैंडल पर अपलोड किया गया यही वीडियो मिला.
इस वीडियो को 21 जून को अपलोड किया गया था. वीडियो का टाइटल था, "For the second day in a row, the Israeli occupation forces attacked the people of Al-Hafayer area in the occupied Syrian Golan." (अनुवाद: लगातार दूसरे दिन, इजरायली सेना ने इजरायल के कब्जे वाले गोलन के अल-हफायर के लोगों पर किया हमला)
कीवर्ड सर्च करने पर हमें Al-Jarmaq News पर पब्लिश एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो से मिलते-जुलते विजुअल इस्तेमाल किए गए थे.
रिपोर्ट की हेडलाइन का हिंदी इस प्रकार है, ''कृषि भूमि पर कब्जा करने वाले बल के बड़ी संख्या में उपस्थिति के बारे में बात करता गोलन का एक सीरियाई किसान''.
रिपोर्ट के मुताबिक, गोलन में भूस्वामियों को चेरी और दूसरे फल तोड़ने से रोका जा रहा है, क्योंकि यहां बॉर्डर गार्ड्स बड़ी संख्या में मौजूद हैं.
मीडिया ऑर्गनाइजेशन से बात करते हुए, किसान मेलहेम अबू सालेह ने बताया कि कैसे गोलन में कई प्रदर्शनकारी घायल हुए और गिरफ्तार किए गए.
सालेह कहते हैं कि प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच बातचीत जारी रही. बाद में प्रदर्शन रोकने के बदले पुलिस वहां से हट गई.
दूसरी न्यूज रिपोर्ट्स: Albawaba पर पब्लिश रिपोर्ट में भी गोलन में लगातार दूसरे दिन इजरायली सेना और लोगों के बीच हुई झड़प के बारे में बताया गया है.
लोग उनकी जमीन पर विंड टर्बाइन प्रोजेक्ट के निर्माण की योजना का विरोध कर रहे हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, इस झड़प में कई लोग घायल हुए हैं.
गोलन में क्या हो रहा है?: विंड टर्बाइन प्रोजेक्ट के तहत अल्पसंख्यक समूज ड्रूज की जमीनों पर दो दर्जन टर्बाइन के निर्माण का लक्ष्य है.
जमीनों के मालिक इस प्रोजेक्ट के खिलाफ हैं. उनका मानना है कि इससे उनके कृषि उत्पादन पर असर पड़ेगा.
जमीन के मालिकों ने ये भी आरोप लगाया है कि इस प्रोजेक्ट पर काम करने वाली कंपनी ने उनसे ठीक से परामर्श नहीं लिया है.
यहां के निवासियों ने हाल ही में इस प्रोजेक्ट के खिलाफ प्रदर्शन किया था और एक पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया था.
इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने हिंसक झड़पों के देखते हुए प्रोजेक्ट को रोकने का आदेश दिया है.
निष्कर्ष: साफ है कि इजरायल के कब्जे वाले सीरियाई क्षेत्र का वीडियो मणिपुर का बताकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
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