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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें बुर्का पहनी महिलाएं सड़क के किनारे शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए लाइन में खड़ी हैं. दावा किया जा रहा है कि यह महिलाएं कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के कांग्रेस की महालक्ष्मी योजना के तहत 8,500 रुपये की राशि का वादा किए जाने के बाद से उसका इंतजार कर रही हैं.
वीडियो का सच क्या है ?: यह वीडियो उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का है और 2020 का है.
पुरानी खबरों के मुताबिक लोगों को यह गलत सूचना मिलने के बाद कि उनके जनधन खातों में जमा किए गए 500 रुपये सरकार वापस ले लेगी, वे पैसे निकालने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा के बाहर लाइन में खड़े हो गए थे.
हमनें सच का पता कैसे लगाया ?: हमने लोकेशन पहचानने के लिए वीडियो को ध्यान से देखा. हमें वीडियो में एक साइनबोर्ड और एक होर्डिंग मिला, जिस पर अंग्रेजी और हिंदी में साफ तौर पर ‘मुजफ्फरनगर’ लिखा हुआ था.
राजनीतिक पार्टी के होर्डिंग पर हिंदी में 'मुजफ्फरनगर' लिखा है.
स्कूल के बोर्ड पर लिखा है 'मुजफ्फरनगर'
क्लिप की शुरुआत में दो दुकानें - एक Dr Lal’s Pathlabs और एक बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच - और गुरु गोबिंद सिंह पब्लिक स्कूल नाम का एक स्कूल दिखाई दे रहा है.
हमने लोकेशन की पुष्टि करने के लिए स्कूल के नाम के साथ-साथ ‘मुजफ्फरनगर’ का इस्तेमाल कीवर्ड के रूप में किया और हमें गूगल मैप्स पर मुजफ्फरनगर के गांधी कॉलोनी में बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच से सड़क के नीचे यह स्कूल मिला.
इसके बाद हमने वायरल वीडियो के कुछ कीफ्रेम्स को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया.
हमें यही वीडियो मिला जो 18 अप्रैल 2020 को यूट्यूब पर “Twitter Babu” चैनल द्वारा अपलोड किया गया था और इसके टाइटल में लिखा था कि यह वीडियो मुजफ्फरनगर का है.
यहां से अंदाजा लगाते हुए हमने गूगल पर ‘'Muzaffarnagar women lining outside bank 2020’ कीवर्ड सर्च किया और हमें News18 की वीडियो रिपोर्ट मिली.
इसे 20 अप्रैल 2020 को अपलोड किया गया था और इसमें वही क्लिप थी. रिपोर्ट के मुताबिक लोगों ने “यह गलत सूचना मिलने के बाद कि उनके जन धन खातों में जमा किए गए 500 रुपये वापस लिए जा सकते हैं” पैसे निकालने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा के बाहर लाइन लगाई थी.
इसमें आगे कहा गया है कि बैंक कर्मचारियों ने सभी को सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए कहा और समझाया कि ऐसा कुछ नहीं होगा और उनका पैसा सुरक्षित रहेगा.
हमें इस घटना के बारे में The New Indian Express और अमर उजाला की और खबरें मिलीं. सरकार ने अप्रैल 2020 में महामारी की शुरुआत में महिलाओं के जन धन खातों में तीन महीने के लिए 500 रुपये सीधे जमा करने की घोषणा की थी. कुछ अफवाहों के कारण इन खाताधारकों को लगा कि सरकार यह पैसा वापस ले लेगी, जिससे वे राशि निकालने के लिए दौड़ पड़े थे.
वित्तीय सेवा विभाग ने भी इन अफवाहों के बारे में ट्वीट किया था, जिसमें नागरिकों को आश्वासन दिया गया था कि खाताधारक अपनी सुविधा के अनुसार राशि निकाल सकते हैं.
यही वीडियो 2021 में एक अलग झूठे दावे के साथ वायरल हुआ था और हमने तब इसे यहां इस रिपोर्ट में खारिज किया था.
क्या है यह योजना?: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के रायबरेली में लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करते हुए अपने भाषण में इस योजना से जुड़ा एक बयान दिया था.
उन्होंने कहा था कि अगर वे सत्ता में आए तो युवाओं को रोजगार और महिलाओं को आर्थिक सहायता देने के लिए योजनाएं शुरू करेंगे.
उन्होंने कहा कि नौकरियों के साथ-साथ लाभार्थियों को सालाना 1 लाख रुपये और हर महीने 8,500 रुपये मिलेंगे. यहां उन्होंने "खटा-खट, खटा-खट,खटा-खट" शब्द का इस्तेमाल किया, जिसका मतलब जल्दी होता है और वायरल दावे में इसी मुहावरे का इस्तेमाल किया गया है.
इसी तर्ज पर सोनिया गांधी ने महिलाओं के लिए एक योजना, महालक्ष्मी योजना का भी प्रचार किया, जिसमें खास तौर पर महिलाओं को ये लाभ दिए जाने थे.
हालांकि, देश के कुछ हिस्सों जैसे लखनऊ और कर्नाटक में भी कुछ ऐसे ही मामले सामने आए हैं.
निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर मुजफ्फरनगर का पुराना वीडियो इस दावे के साथ वायरल है कि चुनाव नतीजों के बाद मुस्लिम महिलाएं राहुल गांधी द्वारा वादा किए गए पैसे के लिए बैंक के बाहर इंतजार कर रही हैं.
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