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कई सोशल मीडिया यूजर ने एक वीडियो शेयर कर दावा किया है कि पिछले छह महीनों में LAC पर हुई झड़पों में चीन के कम से कम 142 सैनिक मारे गए हैं.
हम मृतकों की संख्या की पुष्टि नहीं कर सकते हैं, लेकिन जो वीडियो शेयर किया जा रहा है वो अप्रैल 2020 तक ट्रेस होता है और शायद उससे भी पहले शूट हुआ हो. इसलिए ये वीडियो उस दावे का समर्थन नहीं करता है, जिसके साथ इसे शेयर किया गया है.
हिंदी न्यूज चैनल TV9 भारतवर्ष के पत्रकार विवेक बाजपेयी ने वीडियो शेयर कर ये दावा किया. बाजपेयी ने इस जानकारी के लिए चीन के सोशल मीडिया की रिपोर्ट्स का हवाला दिया.
इस खबर को लिखे जाने तक उनके वीडियो को 2500 से ज्यादा बार देखा जा चुका था.
वीडियो को ट्विटर और फेसबुक पर इसी दावे के साथ काफी शेयर किया गया.
एक ट्वीट के जवाब में एक यूजर ने इसी वीडियो का लंबा वर्जन शेयर किया.
हमें यही वीडियो चाइनीज वेबसाइट Bilibili पर मिला, जहां ये 6 अप्रैल 2020 को अपलोड हुआ था. Bilibili वेबपेज को जब अंग्रेजी में ट्रांसलेट किया गया तो पता चला कि ये वीडियो चीन के कांग्सीवा कब्रिस्तान का है.
एक और फैक्ट-चेक आर्टिकल में क्विंट की वेबकूफ टीम को इसी कब्रिस्तान की एक तस्वीर मिली थी, जो कि 2011 की थी. हमने 2011 की तस्वीर और अभी के वायरल वीडियो की तुलना कर ये पता लगाया कि ये वही कब्रिस्तान है.
हमें दोनों मामलों में कई एक जैसी चीजें मिलीं, जिससे ये साफ हो गया कि अप्रैल की वीडियो उसी कब्रिस्तान की है.
इसके अलावा हमें वायरल वीडियो के विजुअल और गूगल अर्थ पर कांग्सीवा कब्रिस्तान की 2011 की तस्वीर की तुलना की.
इस बार भी हमें कई ऐसी चीजे मिलीं, जिससे पुष्टि होती है कि अप्रैल का वीडियो इसी कब्रिस्तान का है.
अब, दावा किया गया कि पिछले छह महीनों में 142 चीन के सैनिक मारे गए, जिसका मतलब होगा कि ये कब्रें मार्च से सितंबर के बीच मारे गए सैनिकों की हैं.
हालांकि, ये तथ्य कि वीडियो अप्रैल में अपलोड हुआ था तो वो बाकी के पांच महीनों की स्थिति नहीं दिखा सकता.
अप्रैल 2020 में चीन के रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर अपलोड हुए एक आर्टिकल के मुताबिक, कांग्सीवा कब्रिस्तान में 108 'शहीदों' की कब्रें हैं.
इसके अलावा, एक और फैक्ट-चेक आर्टिकल में हमें Bilibili पर 24 अगस्त को अपलोड हुई एक वीडियो मिली थी, जिससे पता चला था कि कब्रिस्तान में 108 सैनिकों की कब्रें हैं.
तीसरा सबूत ये है कि एक चाइनीज वेबसाइट पर छपे आर्टिकल में लिखा गया था कि 'कांग्सीवा कब्रिस्तान पूरी सेना के लिए सबसे ऊंचाई पर स्थित कब्रिस्तान है, जहां 108 क्रांतिकारी सैनिक दफन हैं.'
वहीं, वायरल वीडियो में अगर कब्रें गिनी भी जाएं तो वो 142 नहीं होती हैं. और चीन ने आज तक LAC पर भारत के साथ हुई झड़पों में मरने वाले सैनिकों का आधिकारिक आंकड़ा भी जारी नहीं किया है.
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