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कोरोना और लॉकडाउन को लेकर कई तरह की फेक खबरें फैल रही हैं. इस बीच एक और भ्रामक खबर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि 31 मार्च तक सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. इस खबर का वीडियो शेयर कर भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है.
हालांकि, वेबकूफ टीम ने पड़ताल में पाया कि शेयर किया जा रहा वीडियो पिछले साल यानी 2020 का है जिसे हाल का बताकर भ्रामक दावे से शेयर किया जा रहा है.
ABP NEWS के लोगो वाले वीडियो के एक स्क्रीनशॉट शेयर किया जा रहा है, जिसमें लिखा है, ''31 मार्च तक सभी ट्रेनें रद्द''. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है जिसमें 31 मार्च तक ट्रेनों के रद्द होने से जुड़ी जानकारी दी गई है.
कई यूजर्स फेसबुक पर इस दावे को शेयर कर रहे हैं.
हमने यूट्यूब पर कीवर्ड '31 मार्च तक ट्रेनें रद्द' सर्च किया. हमें 22 मार्च 2020 को ABP News चैनल पर अपलोड किया गया वही वीडियो मिला जिसे हाल में शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो में एंकर ये बताते हुए नजर आ रहे हैं कि 31 मार्च तक सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. ऐसा बढ़ते कोरोना वायरस की वजह से किया गया है.
इसके अलावा हमें TV9 के यूट्यूब चैनल पर 22 मार्च 2020 को अपलोड किया गया एक और वीडियो मिला जिसमें ये बताया गया था कि कोरोना वायरस के चलते 31 मार्च 2020 तक सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं.
हमने खबर से जुड़े जरूरी कीवर्ड गूगल पर सर्च किया तो हमें इस खबर से संबंधित कई रिपोर्ट मिलीं. लेकिन इनमें से कोई भी रिपोर्ट साल 2021 की नहीं थी. सभी रिपोर्ट्स पिछले साल 2020 की थीं.
हमें 22 मार्च 2020 को पब्लिश की गई Financial Express की एक रिपोर्ट मिली. जिसकी हेडलाइन थी, ''कोरोना वायरस: भारतीय रेलवे का बड़ा कदम, 31 मार्च तक सभी पैसेंजर ट्रेन रद्द''. इस रिपोर्ट में बताया गया था: 'भारत में तेजी से फैल रहा है. इस पर लगाम कसने के लिए भारतीय रेलवे ने बड़ा एलान किया है. रेलवे ने अपनी सभी ट्रेनों को 31 मार्च 2020 तक के लिए रद्द कर दिया है.''
हमें साल 2020 की और भी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं जिनमें इस बारे में जानकारी थी कि 31 मार्च 2020 तक के लिए ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं.
न्यूज एजेंसी ANI ने 22 मार्च 2020 को एक ट्वीट किया था, जिसमें बताया गया था कि इंडियन रेलवे ने कोरोनावायरस के चलते 31 मार्च तक के लिए ट्रेनें रद्द कर दी हैं.
भारत में साल 2020 की शुरुआत में बढ़ रहे कोरोना केसों की वजह से 22 मार्च को एक दिन का जनता कर्फ्यू लगाया गया था. उसके बाद पीएम मोदी ने 24 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी. पीएम मोदी ने कहा था कि देश हित में ये फैसला लिया जा रहा है ताकि कोरोना महामारी से निपटा जा सके. इसके चलते ट्रेनों के संचालन पर रोक लगा दी गई थी.
मतलब साफ है कि पिछले साल के वीडियो को हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है, जिससे लोगों में भ्रम फैल रहा है कि पूरे देश में ट्रेन रद्द की जा रही हैं. वीडियो साल 2020 का है, जिसे हाल का बताया जा रहा है. ये जानकारी भ्रामक है.
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