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सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के भाषण की एक क्लिप वायरल हो रही है. 15 सेकंड की इस वीडियो क्लिप में दावा किया जा रहा है कि गुजरात रैली के दौरान पीएम मोदी ने अपने भाषण में अपशब्द बोले.
कांग्रेस सपोर्टर गौरव पांधी ने बीते 21 अप्रैल को अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए दावा किया कि मोदी ने अपने भाषण के दौरान गलत भाषा का इस्तेमाल किया. प्रधानमंत्री की कुर्सी की मर्यादा पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, "ये किस तरह की भाषा है मिस्टर पीएम? क्या ये देश प्रधानमंत्री को ऐसी भाषा बोलने के लिए प्रेरित करता है और वो भी सार्वजनिक रूप से? वाकई ये चौंकाने वाला है. अगर कुछ नहीं, कुर्सी के लिए कुछ सम्मान रखिए."
खास बात ये है कि मोदी की गुजरात रैली के इस वीडियो को द क्विंट की यूट्यूब लाइव स्ट्रीमिंग से लिया गया है.
मोदी के भाषण का ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. लेकिन सच ये है कि मोदी ने गाली नहीं दी है. मोदी ने सिर्फ गुजराती बोली में एक स्लोगन बोला है. उस स्लोगन का गाली से कुछ लेना-देना नहीं है.
सेमु भट्ट के मुताबिक, मोदी गुजराती भाषा में कह रहे हैं, "आने हावे जो बाधा को छो के पानी नी लड़ाई थावन छे तो..." इसका हिंदी में मतलब हुआ, "अगर हर कोई कह रहा है कि अब अगला युद्ध पानी के मुद्दे पर होगा..."
इस वायरल वीडियो के आखिरी हिस्से को एडिट किया गया है. वीडियो में 'थावन छे तो...' को एडिट करके दोबारा जोड़ा गया है, ताकि उसे गाली के रूप में प्रेजेंट किया जा सके.
इस वीडियो को क्विंट के यूट्यूब लाइव स्ट्रीमिंग से लेकर एडिट किया गया है. इसलिए ये एडिटिड वीडियो हमारा नहीं है.
द क्विंट ने इस वीडियो को एडिट नहीं किया है. द क्विंट ने ‘फेक’ वीडियो के खिलाफ सोशल मीडिया पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है.
ओरिजनल वीडियो यहां देख सकते हैं-
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