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Fack Check: PMJDY के तहत सभी भारतीयों को नहीं मिलेंगे बैंक खातों में 2,000 रूपए

PMJDY: लिंक फर्जी है. पीएमजेडीवाई के तहत ₹2,000 प्राप्त करने वाले लोगों के बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.

ऐश्वर्या वर्मा
वेबकूफ
Published:
<div class="paragraphs"><p>इन वायरल ग्राफिक कार्डों के साथ शेयर किया गया लिंक फर्जी है और यह अपने यूजर्स को प्रधानमंत्री जन धन योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर नहीं ले जाता है.</p></div>
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इन वायरल ग्राफिक कार्डों के साथ शेयर किया गया लिंक फर्जी है और यह अपने यूजर्स को प्रधानमंत्री जन धन योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर नहीं ले जाता है.

(फेसबुक/altered by quint)

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कथित तौर पर प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) से संबंधित एक ग्राफिक सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें दावा किया गया है कि सभी भारतीय अपने बैंक खातों में ₹2,000 रूपए प्राप्त कर सकते हैं, यह राशि प्राप्त करने के लिए एक लिंक भी दिया गया है.

इस पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है..

(सोर्स: फेसबुक/स्क्रीनशॉट)

(इस लिंक को शेयर करने वाले अन्य पोस्ट के आर्काइव यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.)

दावा गलत: यह दावा गलत है. इस ग्राफिक से जुड़ा लिंक यूजर्स को एक फर्जी वेबसाइट पर ले जाता है. पीएमजेडीवाई की आधिकारिक वेबसाइट 'www.pmjdy.gov.in' है.

हमें सच कैसे पता चला?: हमने इस तरह की आधिकारिक घोषणा के बारे में छपी न्यूज रिपोर्ट्स ढूंढने की कोशिश की. लेकिन हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली.

  • वायरल ग्राफिक में हमने देखा कि किसी के बैंक खाते में ₹2,000 प्राप्त करने के लिए दिया गया लिंक 'www.pmjdyan-dhan.in' था.

यह ग्राफिक एक फर्जी लिंक पर ले जाता है.

(सोर्स: फेसबुक/altered by the quint)

  • सरकार या उसकी योजनाओं से जुड़ी किसी भी आधिकारिक वेबसाइट के लिंक या यूआरएल में '.gov' डोमेन होता है.

  • ऐसे में प्रधानमंत्री जन धन योजना की आधिकारिक वेबसाइट 'www.pmjdy.gov.in' है.

योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmjdy.gov.in है.

(स्रोत: पीएमजेडीवाई/altered by quint hindi)

अगर आप लिंक पर क्लिक करते हैं: यह आपको एक फर्जी वेबसाइट पर ले जाता है, जो यह पेज दिखाती है.

वेबसाइट एक ऐसा पेज खोलती है जिसमें कई राष्ट्रीय योजनाओं के लोगो और एक स्क्रैच कार्ड दिखता है.

(सोर्स: स्क्रीनशॉट)

  • 'स्क्रैच कार्ड' सेक्शन को छोड़कर, लगभग बाकी पूरा पेज स्थिर है, जिसका यह मतलब है कि यह किसी भी इनपुट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देता है.

  • कई बार कर्सर से मध्य भाग (central portion) को खंगालने पर इस पेज पर हमेशा एक ही ₹1,995 की राशि दिखाई देती थी.

स्क्रैच कार्ड हमेशा वही राशि दिखाता है, जो दावे से ₹5 कम है.

(सोर्स: स्क्रीनशॉट)

  • इस पेज के टॉप पर दिखाई देने वाले लिंक पर अब 'pmjdyan-dhan' के बजाय 'sterling.hospital.shop' लिखा हुआ है.

लिंक पर क्लिक करने के बाद एड्रेस बार में यूआरएल बदल जाता है.

(सोर्स: स्क्रीनशॉट)

इसके अलावा, जब हमने अपने ब्राउजर के एड्रेस बार में 'pmjdyan-dhan' दर्ज किया, तो उसने उसने हमे वेबसाइट तक नहीं पहुंचाया.

इस URL वाली कोई वेबसाइट नहीं है.

(सोर्स: स्क्रीनशॉट)

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इस वेबसाइट की और अधिक जानकारी: हमने दोनों फर्जी वेबसाइटों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन डोमेन टूल का इस्तेमाल किया.

  • डोमेन टूल्स के मुताबिक 'pmjdyan-dhan.in' नाम से कोई वेबसाइट मौजूद नहीं है और इस डोमेन को खरीदा जा सकता है.

रजिस्ट्रेशन के लिए यूआरएल उपलब्ध है.

(सोर्स: डोमेन टूल्स/स्क्रीनशॉट)

  • 'sterling.hospitals.shop' के बारे में डिटेल के लिए उसी टूल का इस्तेमाल करते हुए, हमें पता चला कि यह वेबसाइट हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के फ्लोरिडा में रजिस्टर्ड थी.

'sterling.hospital.shop' मियामी, अमेरिका में रजिस्टर्ड है.

(सोर्स: डोमेन टूल्स/altered by quint hindi)

  • अगर यह भारत सरकार की किसी योजना के लिए एक असली वेबसाइट होती, तो यह जरूर भारत में रजिस्टर्ड होती.

  • यह मामला PMJDY की वैध वेबसाइट का है, जो मुंबई, महाराष्ट्र में रजिस्टर्ड है.

सरकारी योजनाओं के लिए आधिकारिक वेबसाइटें अमूमन भारत में रजिस्टर्ड होती हैं.

(सोर्स: डोमेन टूल्स/Altered by The Quint)

निष्कर्ष: पीएमजेडीवाई (PMJDY) योजना के संबंध में वायरल दावा गलत है. वायरल दावे में दिया गया लिंक फर्जी है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर  9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

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