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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स मंदिर में प्रार्थना करता दिख रहा है. इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि प्रयागराज (Prayagraj) में कंधे पर गमछा रख ये शख्स मंदिर में नमाज अदा कर रहा है.
इस वीडियो को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखपत्र Panchjanya के साथ-साथ Uttarpradesh.org जैसे वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से भी शेयर किया गया है. दावे में कहा गया है कि प्रयागराज में हनुमान मंदिर में शख्स नमाज अदा कर रहा है.
हालांकि, हमने पाया कि ये दावा झूठा है. प्रयागराज पुलिस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर 19 सितंबर को अपलोड किए गए एक वीडियो में प्रार्थना कर रहे शख्स की पहचान 'वैभव त्रिपाठी' के तौर पर की गई है, जो कि हिंदू समुदाय से है. पुलिस ने इस दावे को गलत बताया.
इसी ट्ववीट के नीचे वैभव त्रिपाठी वीडियो में बताते हुए देखे जा सकते हैं कि वो 'वज्रासन' में बैठकर ठाकुर जी की पूजा करते हैं और हमेशा मंदिर में आकर पूजा करते हैं.
वीडियो शेयर कर कैप्शन में लिखा गया है, "प्रयागराज के सिविल लाइंस स्थित हनुमत निकेतन, हनुमान मंदिर में युवक के कथित तौर पर नमाज पढ़ने का दावा करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर #Viral हो रहा हैं।वीडियो में दाढ़ी रखे हुए एक युवक पीठ पर गमछा लपेटे हुए हाथों को कान तक ले जाते और फिर सजदा करते हुए देखा जा रहा है।"
हमने प्रयागराज पुलिस का ऑफिशियल ट्विटर हैंडल चेक किया. हमें इस घटना से संबंधित 19 सितंबर का एक ट्वीट मिला. जिसमें प्रयागराज SSP शैलेश पांडे की बाइट इस्तेमाल की गई है.
वायरल वीडियो के साथ शेयर हो रहे दावे को उन्होंने खारिज करते हुए कहा, ''जो वीडियो वायरल किया जा रहा है. उसका मैं खंडन करता हूं. मंदिर में नमाज से जुड़ा ऐसा कोई प्रकरण नहीं हुआ है. इसकी जांच की जा चुकी है. एक हिंदू धर्म का पालन करने वाला शख्स वज्रासन में पूजा कर रहा था, जिसे नमाज पढ़ने का बताकर वायरल किया गया. पूजा करते शख्स की पहचान हो गई है. उनका नाम वैभव त्रिपाठी है.''
इस वीडियो के नीचे दूसरे वीडियो में वो शख्स भी अपने धर्म और पहचान के बारे में बात करता देखा जा सकता है, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है.
वीडियो में शख्स कहता दिख रहा है, ''मेरा नाम त्रिपाठी है. मैं यहां हर रोज पूजा करने आता हूं और ठाकुर जी का भक्त हूं. मैं वज्रासन में बैठकर पूजा करता हूं. लेकिन कुछ लोगों ने हमारे बारे में गलत सोच लिया.''
वीडियो में शख्स को ये कहते भी सुना जा सकता है कि अगर किसी को गलत लगा हो तो वो क्षमा मांगते हैं.
वज्रासन योग में बैठने की एक मुद्रा है. जिसमें घुटनों को मोड़कर पैर पीछे की तरफ करके फिर उसके ऊपर बैठना होता है. और अपनी हथेलियां घुटनों पर रखनी होती हैं.
मतलब साफ है कि पूजा करते शख्स का वीडियो इस झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है कि वो मंदिर में बैठकर नमाज अदा कर रहा है.
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