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राम मंदिर से जुड़ी हैदराबाद में निकली 'अक्षत कलश यात्रा' की नहीं है यह वीडियो, दावा गलत

Fact Check: वीडियो उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में आयोजित बाबा बागेश्वर धाम सरकार के जुलूस का है.

ऐश्वर्या वर्मा
वेबकूफ
Published:
<div class="paragraphs"><p>राममंदिर से जुड़ी हैदराबाद में निकली 'अक्षत कलश यात्रा' की नहीं है यह वीडियो, दावा गलत</p></div>
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राममंदिर से जुड़ी हैदराबाद में निकली 'अक्षत कलश यात्रा' की नहीं है यह वीडियो, दावा गलत

(altered by the quint)

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सोशल मीडिया पर एक बड़े जुलूस का वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें कई लोग लाल और भगवा कपड़ा पहने हुए दिख रहे हैं.

दावा: वीडियो शेयर करने वाले दावा कर रहे हैं कि यह हैदराबाद में 'अक्षत कलश यात्रा' (चावल के साथ एक धार्मिक जुलूस) का है, जो अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) के संबंध में आयोजित किया गया था, जिसका उद्घाटन 22 जनवरी को किया जाएगा.

इस पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.

(सोर्स: फेसबुक/स्क्रीनशॉट)

(ऐसे ही समान दावे को शेयर करने वाले अन्य पोस्ट के अर्काइव यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.)

क्या यह सच है?: नहीं, यह वीडियो न तो हैदराबाद का है और न ही इसमें राम मंदिर से संबंधित कोई जुलूस दिखाया गया है.

  • इसमें बाबा बागेश्वर धाम सरकार (जिनका नाम धीरेंद्र शास्त्री है) उनके सम्मान में एक 'कलश यात्रा' (बर्तन जुलूस) दिखाया गया है, जो जुलाई 2023 में उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में निकाला गया था.

हमें सच का पता कैसे चला?: वीडियो वेरिफिकेशन टूल InVID का इस्तेमाल करके, हमने वायरल वीडियो को कई कीफ्रेमों में बांट दिया और उनमें से कुछ पर रिवर्स इमेज सर्च चलाया.

इन्हीं खोजों में से एक ने हमें 'हिंदू एकता संगठन' नाम के एक इंस्टाग्राम अकाउंट तक पहुंचाया, जिसने 12 जुलाई 2023 को यह वीडियो शेयर किया गया था.

  • वीडियो पर डाले गए टेक्स्ट में बताया गया है कि इसमें एक कलश यात्रा दिखाई गई है जो बागेश्वर धाम सरकार के सम्मान में उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में निकाली गई थी.

  • यहीं से अंदाजा लगाते हुए हमने इस घटना के और दृश्यों को ढूंढा.

  • वायरल क्लिप का एक हिस्सा हमें बागेश्वर धाम के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में मिला, जिसे 9 जुलाई 2023 को अपलोड किया गया था.

हमने जुलूस के आगे चल रहे लोगों के एक ही ग्रुप को देखा.

(सोर्स: फेसबुक/यूट्यूब/altered by the quint)

हिंदी समाचार चैनल ईटीवी भारत और न्यूज18 उत्तर प्रदेश ने भी इस कार्यक्रम को कवर किया था.

निष्कर्ष: ग्रेटर नोएडा में आयोजित बागेश्वर धाम सरकार से संबंधित जुलूस का एक वीडियो हैदराबाद में आयोजित राम मंदिर से संबंधित जुलूस के रूप में गलत तरीके से शेयर किया जा रहा है.

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