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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या (Ayodhya) में 22 जनवरी को राम मंदिर (Ram Mandir) का शिलायनस होने जा रहा है. राम मंदिर का शिल्यानास तमाम हस्तियों की मौजूदगी में खुद पीएम मोदी (PM Modi) करने वाले हैं, जिसे लेकर तैयारियां भी जोरों पर हैं. इन्हीं तैयारियों के बीच राम मंदिर को लेकर कुछ भ्रामक दावे भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल किए जा रहे हैं. कहीं जटायु दिखने का दावा वायरल किया गया तो कहीं 25 हजार हवन कुंड का. यहां पढ़िए राम मंदिर से जुड़े ऐसे ही पांच भ्रामक दावों का सच, जिन्हें सोशल मीडिया पर खूब वायरल किया गया.
बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें मैदान में बड़ी संख्या में हवन कुंड दिख रहे हैं. दावा किया गया कि ये वीडियो उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारी का है.
यह वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल किया गया. वायरल वीडियो अयोध्या का नहीं दिसंबर 2023 में वाराणसी के स्वर्वेद मंदिर में हुए यज्ञ के लिए बनाए गए 25 हजार हवन कुंडों का है. दिसंबर 2023 की कई मीडिया रिपोर्ट्स से पुष्टि हुई कि बनारस के र्वेद महामंदिर धाम उमरहां में संत समाज के 100वें वार्षिकोत्सव पर 25 हजार कुंडों का महायज्ञ आयोजित किया गया. इस यज्ञ का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.
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इस वीडियो का हाल में होने जा रहे राम मंदिर के उद्घाटन से कोई संबंध नहीं है. ये वीडियो अक्टूबर 2021 से ही इंटरनेट पर है. ये पोस्ट फिलिस्तीन के लोकल न्यूज पेज 'Dooz' ने फेसबुक पर शेयर किया था. पोस्ट के कैप्शन में लोगों से इस पक्षी की पहचान के बारे में बताने को कहा गया है.
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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें 2 लोग स्कूल यूनिफॉर्म पहने एक बच्चे के साथ मारपीट करते दिख रहे हैं. वीडियो शेयर करने वालों का दावा है कि इस वीडियो में विष्णु नाम के एक दलित बच्चे को इसलिए पीटा जा रहा है क्योंकि उसने अयोध्या में राम मंदिर उत्सव में फूल बरसाए थे.
ये दावा गलत है. ये वीडियो हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित हुड्डा कनवेंशन हॉल में मनाए गए गीता महोत्सव का है. इस वीडियो में फरीदाबाद के सरकारी स्कूल गाउंची शासकीय विद्यालय में पढ़ने वाले नौवीं कक्षा के छात्र के साथ दो शिक्षक मारपीट करते दिख रहे हैं. छात्र की ये मारपीट एक समारोह में फूल बरसाने को लेकर ही हुई थी.
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सोशल मीडिया पर बड़ी-बड़ी घंटियां ले जा रहे ट्रक का एक वीडियो वायरल हुआ. जिसमें दावा किया गया कि ये घंटिया सरकार की न्यूक्लियर पॉवर कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) ने तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में बनाई हैं.
दावे में ये भी कहा गया है कि ये घंटियां खास तौर पर उत्तरप्रदेश के अयोध्या (Ayodhya) में बने राम मंदिर के लिए बनाई गई हैं.
यह विशाल घंटियां राम मंदिर के लिए तो बनी हैं लेकिन इन्हें BHEL ने नहीं बनाया है. वीडियो में दिख रही विशाल घंटियों को तमिलनाडु के नमक्कल जिले में स्थित अनदल मोल्डिंग वर्क्स कंपनी ने बनाया है. कंपनी के एक कारीगर ने द क्विंट से पुष्टि की है कि इन घंटियों को अयोध्या के राम मंदिर के लिए एक भक्त के ऑर्डर पर बनाया गया था.
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सोशल मीडिया पर वायरल फोटो में एक शख्स को टोपी पहने और भगवान राम की मूर्ति को छूते हुए दिखाया गया है. दावा किया गया कि फोटो में एक मुस्लिम शख्स उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के लिए मूर्तियां बना रहा है.
यह दावा भी गलत है. यह तस्वीर 2019 की है और इसमें सद्दाम हुसैन नाम के एक व्यक्ति को रामनवमी उत्सव से पहले बेंगलुरु के राजाजीनगर में राम मंदिर में रखी मूर्तियों की सफाई करते हुए दिखाया गया है.
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