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कई मीडिया संस्थानों ने दावा किया कि बिहार के पूर्णिया में गणतंत्र दिवस के दिन पाकिस्तानी झंडा (Pakistan) फहराया. दावा है कि ये झंडा मधुबनी सिपाही टोला इलाके की एक रिहायशी इमारत पर फहराया गया.
किस-किसने किया ये दावा? : न्यूज एजेंसी ANI, हिंदी न्यूज चैनल टाइम्स नाऊ नवभारत, न्यूज 18 बिहार. इंडिया टीवी हिंदी और जी बिहार झारखंड ने यही दावा किया. अंग्रेजी मीडिया संस्थान द इंदियन एक्सप्रेस, मिड डे और टाइम्स ऑफ इंडिया ने भी ये दावा किया.
प्रोपेगैंडा वेबसाइट ऑप इंडिया, ऑर्गेनाइजर वीकली समेत कई सोशल मीडिया यूजर्स ने ये दावा किया.
(इनपुट - शादाब मोइज़ी)
सच क्या है ? : हमने पाया कि जिस झंडे को पाकिस्तान का बताया जा रहा है वो असल में इस्लामिक झंडा है.
पूर्णिया पुलिस ने दावों को खारिज करते हुए बताया है कि ये धार्मिक झंडा था और महीने भर पहले से लगा हुआ था.
हमने ये सच कैसे पता लगाया :
न्यूज रिपोर्ट्स में दिखाए गए विजुअल्स को ध्यान से देखने पर हमने पाया कि ये झंडा पाकिस्तानी झंडे से बिल्कुल अलग है.
पूर्णिया के स्थानीय पत्रकार ने हमें उस वक्त की फोटो भेजीं, जब पुलिस अधिकारी ने झंडा उतारा था. इस फोटो में झंडे को और नजदीक से देखा जा सकता है.
इस झंडे की फोटो को पाकिस्तान के झंडे से मिलाकर देखने पर साफ हो रहा है कि दोनों अलग हैं.
एक दिन बाद न्यूज रिपोर्ट्स में भी हुआ सुधार :
हमने घटना के बाद न्यूज रिपोर्ट्स में किए गए बदलावों को भी देखा, the Times of India की रिपोर्ट में अपडेट किया गया था कि पुलिस ने दावों को खारिज किया है.
रिपोर्ट में बताया गया है ''पुलिस के मुताबिक, मोहम्मद मुबारकउद्दीन के घर पर धार्मिक झंडा फहराया गया था, जो कि स्थानीय मस्जिद के नजदीक है.
पुलिस ने बताया कि वो धार्मिक झंडा था और लगभग एक महीने पहले लगाया गया था.
बिहार पुलिस का क्या कहना है ? :
हमने पूर्णिया के SDPO सुरेंद्र कुमार सरोज से संपर्क किया. उन्होंने द क्विंट को बताया कि ये झंडा इस्लाम धर्म से जुड़ा था.
SDPO ने आगे बताया कि सोशल मीडिया पर किए जा रहे पाकिस्तानी झंडे से जुड़े दावे भ्रामक हैं.
पूर्णिया पुलिस का एक ट्वीट भी हमें मिला, जिसमें बताया गया है कि पुलिस जांच में सामने आया कि ये झंडा पाकिस्तानी नहीं बल्कि धार्मिक झंडा है.
झंडा किसका है ? : वायरल फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमें पता चला कि ये झंडा इस्लामिक संगठन दावत-ए-इस्लामी का है.
पड़ताल का निष्कर्ष : मीडिया संस्थानों का ये दावा गलत है कि बिहार में गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराया गया.
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