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रूस-यूक्रेन विवाद (Russia-Ukraine Conflict) के बीच सोशल मीडिया पर रूसी रक्षामंत्री सर्गेई शोइगु की तस्वीर वाला एक ग्राफिक शेयर हो रहा है. फोटो में शोइगु के हवाले से लिखा गया है कि ''रूस में रह रहे भारतीय अगर भारत का झंडा अपने घर और गाड़ी में लगा लेंगे, तो रूसी खोजी दस्ता उन्हें सुरक्षित स्थान में पहुंचाएगा और उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा.''
हालांकि, पड़ताल में हमने पाया कि भारत की ओर से ये सलाह तो जरूर दी गई है कि भारतीय तिरंगे को साथ रखें, लेकिन रूस की ओर से ऐसा कोई भी बयान नहीं जारी किया गया है. दावा ऐसे वक्त पर किया जा रहा है जब यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे विवाद ने बड़ा रूप तब ले लिया जब रूस ने 24 फरवरी, गुरुवार को यूक्रेन (Ukraine) पर हमला कर दिया.
हालांकि, ये ग्राफिक फेक है. केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने जरूर न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में ये कहा है कि भारतीय छात्रों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा. यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने भी भारतीय छात्रों से गाड़ियों पर झंडा लगाने की सलाह दी है. लेकिन, रूस की तरफ से ऐसा कोई बयान नहीं आया है.
वायरल ग्राफिक में रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु की फोटो के साथ ये टेक्स्ट लिखा हुआ है, ''यूक्रेन में जो भारतीय घर और गाड़ी पर तिरंगा लगा लेंगे, उनसे रूसी सैनिक कुछ नहीं कहेंगे। अलबत्ता उन्हें सुरक्षित स्थान पर स्वयं पहुंचाएगा रूस की सेना का खोजी दस्ता।
Sergey Kuzhugetovich Shoigu – General of the Army of defence Russian Federation.कुछ तो दम है हमारे चाय वाले में।''
हमने ग्राफिक में लिखे टेक्स्ट को ही की-वर्ड की तरह इस्तेमाल कर गूगल पर सर्च करके देखा. हमें ऐसी कोई न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें ये बताया गया हो कि रूस की तरफ से ऐसा कोई बयान जारी किया गया है जैसा कि दावा किया जा रहा है.
हमने यूक्रेन में स्थित भारतीय दूतावास और रूस में स्थित भारतीय दूतावास के ट्विटर हैंडल के साथ-साथ रूसी में Заявление России о поднятии индийского флага на автомобилях и домах (Russia's statement of hoisting the Indian flag on vehicles and homes) कीवर्ड का इस्तेमाल करके भी देखा लेकिन हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली जैसा दावा किया जा रहा है. हमें किसी रूसी न्यूज ऑर्गनाइजेशन में भी इस तरह की कोई खबर नहीं मिली.
हालांकि, हमें The Economic Times सहित कई दूसरी वेबसाइट पर ऐसी रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमें भारत की तरफ से ऐसी सलाह के बारे में बताया गया था कि जो सुरक्षा की ध्यान में रखकर दी गई है.
The Economic Times की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने ANI से कहा कि ''यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षा के लिए अपनी गाड़ियों में भारतीय झंडा लगाने की सलाह दी गई है. उन्होंने ये भी कहा है कि:
मतलब साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल ये दावा झूठा है कि रूस की ओर से ऐसा कहा गया है कि जो भी भारतीय अपनी गाड़ी और घरों में भारतीय झंडा लगाएगा, उसे खुद रूस की ओर से सुरक्षित जगह पहुंचाया जाएगा.
रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग के बीच इस तरह की अफवाहें खतरनाक साबित हो सकती हैं.
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