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प्रवासी मजदूरों को घर भेजने को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासी घमासान जारी है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने मजदूरों को घर भेजने के लिए 1000 बसों का प्रस्ताव दिया था. सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि इनमें से अधिकतर व्हीकल बसें नहीं, बल्कि कैब, ऑटो और टू-व्हीलर हैं.
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पार्टी पर घोटाले का आरोप लगाते हुए 6 गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन नंबर शेयर किए हैं. उन्होंने कहा है कि ये गाड़ियां कांग्रेस ने मुहैया कराई थीं और इसमें से एक भी बस नहीं है.
1000 बसों के अपने वादे को कांग्रेस पूरा नहीं कर पाई, लेकिन पात्रा का सोशल मीडिया पर किया गया दावा गलत निकला, क्योंकि 6 नंबर में से 3 नंबर, सड़क और परिवहन मंत्रालय की वेबसाइट पर रजिस्टर्ड थे.
अपने दावे में, पात्रा ने कहा, "प्रियंका गांधी ने जो 'तथाकथित" बसों की लिस्ट सौंपी है.. उसमें काफी गाड़ियां "unfit" है.. कुछ Ambulance है, कुछ Car, कुछ ट्रैक्टर और स्कूटर." अपने दावे के समर्थन में, पात्रा ने 6 गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन नंबर दिए, जो हैं-
ये मैसेज फेसबुक पर भी इसी दावे के साथ वायरल हो गया.
उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार ने दावा किया कि प्रियंका गांधी की टीम ने बसों की गलत जानकारी दी है. सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस की लिस्ट में 100 गाड़ियां बसें नहीं थी. कुल बसों में से, 297 के पास या तो फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं था या वैध इंश्योरेंस कागज नहीं थे.
हमने वायरल मैसेज में दी गई गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन नंबर VAHAN वेबसाइट पर चेक किए और पाया कि सभी 6 गाड़ियां बसें नहीं है. पात्रा के ट्वीट में दिए 6 नंबरों में से 3 बसों के तौर पर रजिस्टर्ड हैं, 2 थ्री व्हीलर और 1 कैब.
ये सच है कि कांग्रेस अपने 1000 बसों के वादे को पूरा नहीं कर पाई, लेकिन पात्रा का किया गया दावा भी गलत है.
(SM HoaxSlayer के इनपुट्स के साथ)
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