advertisement
Afghanistan में Taliban का कब्जा हो चुका है. ऐसे में सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर हो रही है जिसमें एक शख्स एक बुर्का पहने महिला को जंजीरों में बांधे दिख रहा है. फोटो शेयर कर ये दावा किया जा रहा है कि ये कट्टरपंथी ग्रुप तालिबान लड़कियों को सेक्स स्लेव की तरह बेच रहा है.
हालांकि, हमने पाया कि ये फोटो हाल की नहीं, बल्कि 7 साल पुरानी यानी 2014 की है. 'Compassion 4 Kurdistan' नाम के एक ग्रुप ने लंदन 'इस्लामिक स्टेट सेक्स स्लेव मार्केट' नाम के एक नुक्कड़ नाटक किया था. इस नाटक को इसलिए किया गया था, ताकि आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट ऑफ सीरिया एंड इराक (ISIS) की हरकतों के बारे में लोगों को जागरूक किया जा सके.
कई फेसबुक यूजर्स ने इस फोटो को शेयर कर दावे में लिखा है, ''अफगान की #इज़्ज़त नीलाम करता तालिबानी--जिनको हिंदुस्तान में रहने से #डर लगता हो शौक से अफगानिस्तान जा सकते है ....''
विनोद बछेती ने इसी दावे के साथ इस फोटो को शेयर किया है. आर्टिकल लिखते समय तक इस पोस्ट को 600 से भी ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है.
हमने वायरल फोटो पर Yandex सर्च इंजन का इस्तेमाल कर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 'Telegraf' नाम की एक वेबसाइट मिली.
इस वेबसाइट पर 17 अक्टूबर 2014 को पब्लिश एक तुर्की भाषा के आर्टिकल का टाइटल था, ''Londra’da İşid çetelerine karşı anlamlı eylem (Video)'' (यानी लंदन में आईएसआईएस गिरोहों के खिलाफ सार्थक कार्रवाई)
इस आर्टिकल में 9 तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया था जिनमें से एक ये वायरल तस्वीर थी. इसमें फोटो के लिए 'Ari Murad' को क्रेडिट दिया गया था.
यहां से क्लू लेकर हमने Ari Murad की फेसबुक प्रोफाइल चेक की. हमें उनके पेज पर 1 मार्च 2016 को पोस्ट किया गया एक वीडियो मिला. जिसमें फोटो जैसे ही विजुअल देखे जा सकते हैं. वीडियो के साथ लिखे कैप्शन में बताया गया था कि इस्लामिक स्टेट बनने के बाद से ही ये संगठन काफिरों को पकड़कर सीरिया और इराक जैसे देशों की मार्केट में बेच रहा है. इनकी क्रूरता चौंकाने वाली है जिसे देखकर लोगों की आंखों में आंसू आ जाएंगे.
इस नुक्कड़ नाटक का आयोजन लंदन में 'Compassion 4 Kurdistan' नाम के एक ग्रुप ने किया था. ये ग्रुप कुर्द प्रवासियों का एक समूह है, जो इराक में ISIS की हरकतों के बारे में जागरूकता फैलाने की कोशिश करता है.
हमने Compassion 4 Kurdistan कीवर्ड सर्च करके देखा. हमें 20 अक्टूबर 2014 को BBC पर पब्लिश एक आर्टिकल मिला. जिसकी हेडलाइन थी, ''The mock Islamic State slave auction in London''. इस आर्टिकल में वैसे ही विजुअल वाले एक छोटे वीडियो का इस्तेमाल किया गया था जो Ari Murad की फेसबुक प्रोफाइल में देखा जा सकता है. इस आर्टिकल में ऊपर बताई गई नुक्क्ड़ नाटक करने वाले समूह और ISIS के प्रति जागरूकता फैलाने से जुड़ी जानकारी बताई गई थी.
इससे पहले भी इस नाटक के वीडियो को सोशल मीडिया पर गलत दावे से वायरल किया जा चुका है. तब ये दावा किया गया था कि अफगानिस्तान में एक सड़के के किनारे एक शख्स महिलाओं की नीलामी कर रहा है. हमने गलत दावे की भी पड़ताल की थी. इसे यहां पढ़ा जा सकता है.
ये सच है कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद महिलाओं को अपने अधिकारों और सुरक्षा के साथ-साथ भविष्य का खतरा सता रहा है. तालिबान के देश को नियंत्रण में लेने के बाद से ही मानवाधिकारों के हनन की चिंता बढ़ी है.
लेकिन ये फोटो अफगानिस्तान की नहीं है और न ही हाल की है. लंदन में हुए एक नाटक की फोटो गलत दावे से अफगानिस्तान से जोड़कर शेयर की जा रही है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)