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उत्तरकाशी के टनल में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू टीम के साथ काम करने वाले ऑस्ट्रेलियाई एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स (Arnold Dix) की एक फोटो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वो असल में भारतीय हैं.
क्या कह रहे हैं यूजर ? : कुछ यूजर्स का दावा है कि अर्नोल्ड डिक्स का असली नाम 'आनंद दीक्षित' है और वो उत्तरप्रदेश के कानपुर के एक इंजीनियर हैं. दावे में आगे ये भी कहा गया है कि अर्नोल्ड ने अपनी डिग्री रुड़की के इंजीनियरिंग कॉलेज से ली थी.
वायरल पोस्ट में दावा है कि दीक्षित ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अमेरिका का रुख किया और फिर अपना नाम बदलकर 'अर्नोल्ड डिक्स' रख लिया.
सच क्या है ? : सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस कहानी को सच साबित करता कोई सबूत मौजूद नहीं है.
डिक्स ने द क्विंट को बताया कि उनका जन्म ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में हुआ और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की मोनाश यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की है.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : कई भारतीय न्यूज संस्थानों ने डिक्स की कहानी को कवर किया था, जब वो 41 भारतीय मजदूरों को रेस्क्यू करने उत्तराखंड पहुंचे थे. सभी मीडिया रिपोर्ट्स में डिक्स को ऑस्ट्रेलियाई नागरिक ही बताया गया था.
हमें भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स भी मिले, जिनमें अर्नाल्ड डिक्स को सफल रेस्क्यू ऑपरेशन की बधाई दी गई है.
ANI के वेरिफाइड X अकाउंट से पोस्ट किए गए वीडियो में भी देखा जा सकता है कि डिक्स खुद को ऑस्ट्रेलियाई नागरिक बता रहे हैं.
आगे हमने डिक्स के सोशल मीडिया पेज खोजने शुरू किए. हमें उनका लिंक्डइन अकाउंट मिला, जिससे पता चला कि वो स्विट्जरलैंड के जेनेवा में स्थित इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं.
लिंक्डइन पेज के ‘Experience’ यानी अनुभव वाले सेक्शन से पता चलता है कि डिक्स का एक लंबा करियर रहा है. उन्होंने टोक्यो, जेनेवा और लंदन के साथ ऑस्ट्रेलिया की भी कई जगहों पर काम किया है.
लिंक्डइन पेज के 'Education’ सेक्शन में यानी शैक्षणिक योग्यता वाली जगह पर देखा जा सकता है कि डिक्स की पढ़ाई ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में और यूके में हुई, रुड़की के किसी इंजीनियरिंग कॉलेज में नहीं.
हमने डिक्स से उनके इमेल पर संपर्क किया, जहां उन्होंने द क्विंट से पुष्टि की कि उनका जन्म और शिक्षा दोनों ऑस्ट्रेलिया में हुए.
वायरल दावे पर टिप्पणी करते हुए डिक्स ने कहा कि "जब मैंने अपने भारतीय होने के बारे में पहली पोस्ट पढ़ी तो बहुत हंसा"
निष्कर्ष : उत्तराखंड के टनल में फंसे 41 भारतीयों को रेस्क्यू करने वाले टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक हैं, वहीं उन्होंने शिक्षा ली. वो भारतीय नहीं हैं.
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