Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Webqoof Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019वीडियो गेम की फुटेज PoK में ‘एयर स्ट्राइक’ बता की गई वायरल

वीडियो गेम की फुटेज PoK में ‘एयर स्ट्राइक’ बता की गई वायरल

हमने इस वायरल वीडियो के कुछ हिस्सों को निकाला और फ्रेम्स में तोड़कर इसका रिवर्स इमेज सर्च किया

क्विंट हिंदी
वेबकूफ
Published:
(फोटो- क्विंट हिंदी)
i
null
(फोटो- क्विंट हिंदी)

advertisement

20 नवंबर को कई सारे टीवी चैनलों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाल से ये खबर चला दी कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर पिन पॉइंटेड स्ट्राइक कर दी हैं. लेकिन कुछ ही मिनटों बाद भारतीय सेना ने इस खबर का खंडन कर दिया.

लेकिन इसी के बाद सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो गेम के वीडियो को इस दावे के साथ वायरल किया जाने लगा कि ये भारत द्वारा पाकिस्तान पर किए गए एयर स्ट्राइक के वीडियो हैं.

दावा

फेसबुक पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, साथ में दावा किया गया है- “ Big Breaking News:- One more #AirStrike by @IAF_MCC in the Pok, Many #terrorists and their training camps demolished by #indianairforce Many terrorists also killed in this air strike.” इसमें लिखा हुआ है- भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में एक और एयर स्ट्राइक किया जिसमें कई सारे आतंकी ट्रेनिंग कैंप बर्बाद हो गए हैं. साथ ही एयर स्ट्राइक में कई सारे आतंकी भी मारे गए हैं.

(Source: Twitter/Screenshot)
(Source: Twitter/Screenshot)
(Source: Twitter/Screenshot)
(Source: Twitter/Screenshot)
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

हमें क्या मिला?

जैसे ही कई सारे न्यूज चैनल्स ने एयर स्ट्राइक की खबर चलाई उसके थोड़े ही देर बाद न्यूज एजेंसी पर लेफ्टिनेंट जनरल की सफाई आई. उन्होंने कहा कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के उस पार भारतीय सेना ने कोई कार्रवाई नहीं की है.

लेकिन इसके अलावा हमने इस वायरल वीडियो के कुछ हिस्सों को निकाला और फ्रेम्स में तोड़कर इसका रिवर्स इमेज सर्च किया.

हमें ये पता चला कि ये फुटेज यूट्यूब पर एक वीडियो से लिया गया है. Youtube पर ये वीडियो Double Doppler. चैनल ने 2015 में अपलोड किया है. वीडियो के डिस्क्रिप्शन के मुताबिक ये वीडियो Arma नाम के वीडियो गेम का है. इसके बाद हमने वीडियो गेम के फुटेज से वायरल फोटो का मैच करके देखा तो एकदम एक जैसा ही दिखा.

(Photo: The Quint)
(Photo: The Quint)

साफ है कि एक पुराने वीडियो को भटकाऊ दावे के साथ शेयर किया गया ताकि लोगों को फेक न्यूज के बहाने वेबकूफ बनाया जा सके.

ये भी जानना जरूरी है कि इसी वीडियो को 2019 में की गई बालाकोट स्ट्राइक के वक्त भी वायरल कराया गया था.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT