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इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हो रहा है इस वीडियो के साथ ये दावा किया जा रहा है कि लड़की को मारने वाले लोग मुसलमान हैं और वो उसके कपड़े फाड़कर गैंगरेप करना चाहते थे. हालांकि, इस वीडियो के कैप्शन में मुसलमान शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया था लेकिन शांतिदूत कहा गया था. शांतिदूत व्यंग्य के तौर पर मुसलमानों के लिए कहा जाता है.
हमारी पड़ताल में पता चला कि वीडियो तो सही है लेकिन उसके साथ जो बात कही जा रही है वो गलत है. इस वीडियो में मारने वाले लोग या फिर वो लड़की मुस्लिम समुदाय से नहीं हैं.
हमने जब इस ट्वीट के कमेंट्स पढ़ें तो हमें मिला की जौनपुर पुलिस ने इस ट्वीट पर रिप्लाई किया था. इस वीडियो के बारे में जौनपुर पुलिस ने कुछ जानकारी दी.
मीडिया से बात करते हुए जौनपुर के एसपी ने बताया था कि ये घटना जाफराबाद की है और जो दो शख्स इस वीडियो में नजर आ रहे हैं उनको गिरफ्तार कर लिया गया है. इस वीडियो में नजर आने वाले सभी लोग एक ही समुदाय के हैं. पुलिस ने ये भी बताया कि ये लड़की अपनी भेड़ें चरा रही थी जब उसपर ये हमला हुआ.
क्विंट से बात करते हुए जौनपुर पुलिस के पीआरओ ने इस बात की पुष्टि की है कि जो शख्स लड़की को मार रहे हैं वो मुस्लिम समुदाय से नहीं हैं.
यहां तक की मीडिया ने भी अपनी खबरों में पीड़ित लड़की या उसको मार रहे शख्स को मुसलमान नहीं बताया.
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