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महिला प्रीमियर लीग (Women's Premier League) चल रहा है. ऐसे में एक ग्राफिक सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है जिसमें कमेंट्री बॉक्स में 3 लोगों के चेहरों को ब्लर करके दिखाया गया है.
क्या है दावा?: इस ग्राफिक को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि दो पुरुष कमेंटेटर को टूर्नामेंट में कमेंट्री करने से बैन कर दिया गया है, क्योंकि उन्होंने एक खिलाड़ी के कैच छोड़ने पर महिला विरोधी टिप्पणी की थी.
(ये पोस्ट फेसबुक पर कई यूजर्स ने शेयर किया है.)
सच क्या है?: वायरल दावा झूठा है. ये ग्राफिक एक सटायर था जिसे एक ऐसे ट्विटर हैंडल पर शेयर किया गया था, जो अक्सर "मीम्स और चुटकुले" शेयर करता रहता है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?:
ग्राफिक को ध्यान से देखने पर हमने पाया की फोटो के बाई ओर ''सटायर'' लिखा दिख रहा है.
वहीं फोटो के दाईं ओर, "@hp_mode2" नाम का एक ट्विटर हैंडल भी लिखा देखा जा सकता है. यहां से क्लू लेकर हम इस ट्विटर हैंडल तक पहुंचे.
नियमित रूप से चुटकुले और मीम शेयर करने वाले इस अकाउंट से 10 मार्च को ये ग्राफिक शेयर किया गया था. इस पर जब लोगों ने इसकी प्रमाणिकता के बारे में पूछा तो अकाउंट की ओर से स्पष्ट भी किया गया कि ये सिर्फ एक व्यंग्य है.
हमने कीवर्ड सर्च करके ये जानने की कोशिश भी की कि क्या सच में किसी कमेंटेटर को WPL से बैन किया गया है. लेकिन, हमें ऐसी कोई भी जानकारी नहीं मिली, जिससे वायरल दावे की पुष्टि होती हो.
तस्वीर में दिख रहे लोग कौन हैं?:
वायरल फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि ये तस्वीर 2019 की है. जिसमें इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के एक मैच के दौरान कमेंट्री बॉक्स दिख रहा है.
ये फोटो Deccan Herald पर पब्लिश हुई थी. फोटो में सुजीत सोमसुंदर, विजय भारद्वाज और श्रीनिवास मूर्ति देखे जा सकते हैं.
हमने WPL 2023 के कमेंटेटर्स की ऑफिशियल लिस्ट भी देखी. वायरल फोटो में दिख रहा कोई भी इस लिस्ट का हिस्सा नहीं था.
निष्कर्ष: साफ है कि WPL से जुड़ा एक व्यंग्यात्मक पोस्ट असली का बताकर शेयर किया जा रहा है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)
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