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ऑस्ट्रेलिया में चुनावी सरगर्मी इस समय तेज है, क्योंकि आम चुनाव (Australia Elections 2022) में एंथनी अल्बनीज (Anthony Albanese) की लेबर पार्टी ने मौजूदा प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन को हरा दिया है. ऑस्ट्रेलिया की दक्षिणपंथी गठबंधन की सरकार लगभग एक दशक के बाद सत्ता से बाहर जाने को तैयार है. एंथनी अल्बनीज का प्रधानमंत्री बनना तय है लेकिन यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि यह बहुमत की सरकार होगी या उन्हें निर्दलीय और अन्य दलों के साथ गठबंधन करना पड़ेगा.
सत्ता से बाहर जाते प्रधान मंत्री स्कॉट मॉरिसन ने हार मान ली है और उन्होंने एंथनी अल्बनीज को उनकी जीत पर बधाई दी है.
एग्जिट पोल्स में ही साफ था कि पीएम स्कॉट मॉरिसन 21 मई को होने जा रहे आम चुनाव हार रहे हैं, और उनके प्रतिद्वंद्वी एंथनी अल्बनीज (Anthony Albanese) लगभग एक दशक बाद लेबर पार्टी की सरकार बनाएंगे.
Anthony Albanese ने ऑस्ट्रेलिया में मुफ्त स्वास्थ्य सेवा के रक्षक, LGBT अधिकारों के पैरोकार, एक रिपब्लिकन और एक डाईहार्ड रग्बी लीग फैन के रूप में ख्याति अर्जित की है.
59 साल के Anthony Albanese का बचपन सिंगल मदर द्वारा विकलांगता पेंशन की मदद से गुजरा था. छोटी उम्र से लेबर पार्टी में सक्रिय, Albanese 1996 में 33 साल के थे, जब वो सिडनी की सीट से जीतकर संसद पहुंचे.
2007 में जब Kevin Rudd के नेतृत्व में लेबर पार्टी सत्ता में आई, तो Anthony Albanese इंफ्रास्ट्रक्चर और ट्रांसपोर्ट मंत्री बने. पार्टी के अंदरूनी कलह के बीच पीएम बदला और 2013 में Anthony Albanese उप-प्रधानमंत्री पद पर पहुंचे. हालांकि वो इस पद पर केवल 10 हफ्ते रहे क्योंकि पार्टी चुनाव हार गयी.
Anthony Albanese को 2019 में लेबर पार्टी के नेता के रूप में चुना गया.
पीएम स्कॉट मॉरिसन अपने कार्यकाल को चार साल बढ़ाने के लिए 2019 की चमत्कारिक जीत को दोहरा नहीं पाए. 2019 में स्कॉट मॉरिसन ने तमाम एग्जिट पोलों और विश्लेषकों के अनुमानों को धता बताते हुए जीत हासिल की थी.
एक पुलिस अधिकारी के बेटे स्कॉट मॉरिसन सिडनी के समुद्र तट के उपनगरों में पले-बढ़े. 53 वर्षीय नेता स्कॉट मॉरिसन ने "फैमिली मैन" के रूप में अपनी छवि बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है जो ऑस्ट्रेलिया के उपनगरीय मूल्यों को समझता है.
स्कॉट मॉरिसन शुरू से ही राजनीतिक रूप से एक्टिव रहे हैं और लिबरल पार्टी के स्टेट डायरेक्टर रह चुके हैं. मॉरिसन 2018 में शीर्ष पद के उम्मीदवार बने जब मैल्कम टर्नबुल को सरकार के भीतर कलह के कारण बाहर कर दिया गया था.
लेकिन पीएम मॉरिस का कार्यकाल विवादों से भरा भी रहा है. Aukus के कारण ऑस्ट्रेलिया फ्रांस के साथ $37 बिलियन के पनडुब्बी सौदे से मुकर गया. इस कदम ने ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस के बीच दरार पैदा कर दी. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने पीएम मॉरिसन पर झूठ बोलने का आरोप भी लगा दिया.
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