advertisement
अल कायदा (Al Qaeda) का चीफ और 9/11 आतंकवादी ऑपरेशन का प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी (Ayman Al Zawahiri) को अफगानिस्तान में अमेरिकी ड्रोन (US Drone Strike) हमले में मार गिराया गया है. सोमवार, 2 अगस्त को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Biden) ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि "न्याय हो चुका है".
अमेरिकी सेना द्वारा ओसामा बिन लादेन को मार गिराने के बाद जवाहिरी अल-कायदा का चीफ बना था. 11 साल तक अल कायदा की कमान संभालने वाले जवाहिरी पर 25 मिलियन अमेरिकी डॉलर का इनाम था.
19 जून 1951 में मिस्र के एक मध्यम वर्गीय परिवार में पैदा होने वाला जवाहिरी एक डॉक्टर था, उसके परिवार में ज्यादातर लोग बुद्धिजीवी और मेडिकल के क्षेत्र में हैं. साल 1978 में जवाहिरी ने काहिरा विश्वविद्यालय की फिलॉसफी की छात्रा अजा नोवारी से शादी की थी.
बताया जाता है कि जवाहिरी पर 1200 से ज्यादा इजिप्ट के लोगों की हत्या का आरोप है. सऊदी भाग जाने के बाद यहीं अल जवाहिरी की मुलाकात 1985 में अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन से हुई. इसके बाद 2001 में अल जवाहिरी ने EIJ का अलकायदा में विलय कर लिया.
दुनिया भर में कई जगह हुए आतंकी हमलों के पीछे उसका हाथ माना जाता है.
अमेरिका के अनुसार 9/11 की घटना में ओसामा बिन लादेन की मदद अल जवाहिरी ने की थी.अगस्त 1998 में नैरोबी, केन्या में अमेरिकी दूतावासों के सामने और अफ्रीका में तंजानिया के डार एस सलाम के सामने बम धमाके किए गए थे. इसमें 224 लोग मारे गए थे और 12 अमेरिकी मारे गए लोगों में शामिल थे. इसके अलावा 4,500 से अधिक लोग घायल हुए थे. इसके पीछे भी जवाहिरी का ही हाथ था.
जवाहिरी की अब तक कहा रह रहा था उसकी लोकेशन की जानकारी किसी को नहीं थी. यूएन एनालिटिकल सपोर्ट एंड सेंक्शन मॉनिटरिंग टीम की एक हालिया रिपोर्ट ने पुष्टि की है कि जवाहिरी अफगानिस्तान में रह रहा था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)