Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019World Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019अपने ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर भारत पर दबाव नहीं डालेंगे शी जिनपिंग

अपने ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर भारत पर दबाव नहीं डालेंगे शी जिनपिंग

चीन बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) को लेकर नई दिल्ली पर दबाव नहीं डालेगा.

क्विंट हिंदी
दुनिया
Published:
बेल्ट रोड इनिशिएटिव के तहत चीन से लेकर एशिया, यूरोप और अफ्रीका तक इन्फ्रास्ट्रक्चर बनेगा
i
बेल्ट रोड इनिशिएटिव के तहत चीन से लेकर एशिया, यूरोप और अफ्रीका तक इन्फ्रास्ट्रक्चर बनेगा
(Photo: Rhythum Seth/The Quint)

advertisement

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ वुहान में दो दिवसीय अनौपचारिक बैठक के बाद रविवार को भारत लौट आए. इस दौरान चीन ने कहा कि आपसी-संपर्क को लेकर भारत के साथ उसका कोई बुनियादी मतभेद नहीं है और बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) को लेकर वह नई दिल्ली पर दबाव नहीं डालेगा.

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने साल 2013 में सत्ता में आने के बाद कई अरब डॉलर के बीआरआई योजना की शुरुआत की थी. बीआरआई दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में बड़ा बाधक रहा है. इस योजना के अंतर्गत चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपेक) भी शामिल है, जिसका भारत विरोध करता रहा है क्योंकि यह योजना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरती है.

पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की दो दिन की अनौपचारिक बैठक के खत्म होने के बाद चीन के उप विदेश मंत्री कांग श्वानयू ने कहा, ‘‘हमें लगता है कि आपसी संपर्क को बढ़ावा देने के मुद्दे पर चीन और भारत के बीच कोई बुनियादी मतभेद नहीं है.''

जहां तक भारत का बेल्ट एंड रोड को स्वीकार किए जाने की बात है, तो मुझे नहीं लगता है कि यह अहम है और चीन इसको लेकर दबाव नहीं डालेगा. 
कांग श्वानयू, उप विदेश मंत्री, चीन
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
27-28 अप्रैल को हुई अनौपचारिक मुलाकात में मोदी और शी सहज और मित्रतापूर्ण माहौल में छह बार मिले.(फाइल फोटो: Reuters)

भारत ने पिछले साल बेल्ट एंड रोड फोरम का बहिष्कार किया था. कांग ने कहा कि चीन और भारत अपने सीमा विवाद का उचित समाधान चाहते हैं. उप विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों देश सैन्य और सुरक्षा संपर्क तंत्र को बेहतर बनाने की दिशा में काम करेंगे. शी और मोदी की अनौपचारिक बैठक को ‘सफल और मील का पत्थर' करार देते हुए कहा कि इस बैठक का उद्देश्य किसी खास समस्या को सुलझाना नहीं था बल्कि इसका मुख्य कारण संपर्क को मजबूत बनाना, रिश्तों को रणनीतिक दिशा देना और दोनों नेताओं के बीच आपसी विश्वास को बढ़ाना था.

मोदी और शी की बातचीत का हिस्सा रहे कांग ने कहा कि पिछले दो दिनों में दोनों नेता सहज और मित्रतापूर्ण माहौल में छह बार मिले. मंत्री ने कहा कि शी ने इस बात पर बल दिया कि चीन और भारत के बीच की समस्याएं ‘अस्थायी' हैं लेकिन सहयोग ‘चिरस्थायी' है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी इस बात से पूरी तरह सहमत थे कि दोनों पक्षों को अपने मतभेदों को उचित तरीके से दूर करना चाहिए.

ये भी पढ़ें- चीन में पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच इन 5 मुद्दों पर हुई बात

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT