advertisement
दक्षिण-पश्चिमी चीन के युन्नान प्रांत (southwestern China’s Yunnan Province) में ब्रिटिश वनस्पति खोजकर्ता (botanical explorer) जॉर्ज फॉरेस्ट ने 1910 में दिलचस्प और आकर्षक दिखने वाले पीले फूलों का एक समूह इकट्ठा किया, जिसे उन्होंने वहां पहले कभी नहीं देखा था. वह फूल प्रिमुला फॉरेस्टी (Primula forrestii) था, जोकि पूर्वोत्तर युन्नान में चूना पत्थर (लाइम स्टोन) की चट्टानों के किनारों पर 3,000 से 3,200 मीटर तक की ऊंचाई पर पाई जाने वाली प्रिमरोजेज (primroses) प्रजाति का फूल है.
जॉर्ज फॉरेस्ट ने चीन की अपनी सात खोजी यात्राओं के दौरान वेस्टर्न प्लांट रिसर्च इंस्टीट्यूशन्स के लिए लगभग 30,000 सूखे नमूने एकत्र किए थे, जिनमें से 5,375 को पहले कभी रिकॉर्ड नहीं किया गया था. जीवित चीनी पौधों की 1,000 से अधिक प्रजातियों से जब उन्होंने परिचय कराया तब यूरोपीय उद्यानों को दो अवधियों में विभाजित किया : "जॉर्ज फॉरेस्ट से पहले" और " जाॅर्ज फॉरेस्ट के बाद." उनकी वजह से दक्षिण-पश्चिमी चीन में मौजूद हेंगडुआन पर्वत पौधों के संग्रहकर्ताओं के लिए एक आश्रय स्थल और उद्यान-योग्य प्रजातियों के लिए एक नर्सरी के रूप में जाना जाने लगा.
उत्तर-पश्चिमी युन्नान में, दक्षिणी किंघई-तिब्बत पठार पर डिकिंग स्थित है. बर्फीले पहाड़ों, हरे-भरे जंगल और तेज बहाव वाली धाराओं की विशेषताओं वाला एक अछूता या अक्षुण्ण इकोसिस्टम यानी पारिस्थितिक तंत्र यहां मौजूद है. इस प्रीफेक्चर की ऊंचाई 1,600 से 6,740 मीटर तक है, जोकि विभिन्न स्थानीय वनस्पतियों के लिए एक आदर्श वातावरण निर्मित करती है.
डिकिंग वाकई में दुर्लभ प्रजातियों का जीन पूल है. यह 4,499 प्रकार के सीड प्लांट्स, 1,578 प्रकार के सजावटी या आकर्षक पौधों, 969 प्रकार के औषधीय पौधों, 147 प्रकार के जंगली खाद्य कवकों, 99 स्तनधारी प्रजातियों और 248 पक्षी प्रजातियों का आश्रय स्थल है. चीनी वनस्पतिविदों की पीढ़ियों द्वारा वैज्ञानिक अध्ययन, उत्पादन, शिक्षण, पर्यटन, वैज्ञानिक लोकप्रियता और अकादमिक आदान-प्रदान के लिए एक मल्टी फंक्शन प्लेटफार्म के तौर पर इस स्थान या क्षेत्र की कल्पना की गई थी.
शांगरी-ला का "सिटी ट्री" झोंगडियन हौथर्न को कहा जाता है. सितंबर में रूबी फलों का समूह इसे (झोंगडियन हौथर्न) और ज्यादा आकर्षक बना देता है. जिसकी वजह से बॉटनिकल गार्डन ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है. झोंगडियन हौथर्न के फलों का उपयोग पाचन और रक्त प्रवाह में मदद करने के लिए दवा के रूप में किया जा सकता है.
युन्नान विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट होने के बाद फेंग 35 वर्षों तक वनस्पति अनुसंधान (botanical research) से जुड़े रहे हैं. फेंग ने बीस साल पहले कम ऊंचाई वाले डिकिंग क्षेत्र में अल्पाइन बॉटनिकल गार्डन शुरु करने का फैसला किया था. उद्यान एक पहाड़ पर बनाया गया है जो पहले (प्राचीन समय में) टी-हॉर्स रोड के साथ एक महत्वपूर्ण मार्ग था.
फेंग के अनुसार "अल्पाइन प्लांट्स मुख्य तौर पर डिकिंग के विशिष्ट वातावरण में पाए जाते हैं. इस समय उन्हें (अल्पाइन प्लांट्स को) मानवीय गतिविधियों के कारण पैदा होने वाले खतरों का सामना करना पड़ रहा है जिसमें आश्रय स्थल के नुकसान जैसे खतरे प्रमुख हैं.
बॉटनिकल गार्डन बाहरी दुनिया से दूर एक सुरक्षित आश्रय प्रदान करने के लिए बनाया गया था. फेंग के मुताबिक "चरने वाले जानवरों को इस गार्डन से बाहर रखा जाता है. यहां जंगली पौधे खिलते हैं और उनके बीज सुरक्षित तरीके से बिखेरते हैं. चूंकि कई पक्षी और छोटे स्तनधारी यहां भोजन पा सकते हैं, इसलिए वन्यजीव इसकी तरफ वापस आते हैं और समय के साथ-साथ बढ़ते रहते हैं. इस तरह अल्पाइन बॉटनिकल गार्डन युन्नान के जैव विविधता संरक्षण के बारे में बहुत कुछ बताता व दर्शाता है."
असामान्य, लुप्तप्राय और स्थानिक उच्च पौधों की एक विशाल विविधता का घर है युन्नान. इसकी यही खूबियां इसे दुनिया के सबसे जैव विविधता वाले क्षेत्रों में से एक बनाती हैं. यह (युन्नान) क्षेत्र चीन के कुल भौगोलिक क्षेत्र का केवल 4.1 प्रतिशत है जो देश की आधी वनस्पतियों, पक्षियों और स्तनधारियों का घर है.
चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज का जिशुआंगबन्ना (Xishuangbanna) ट्रॉपिकल बॉटनिकल गार्डन 13,000 से अधिक पौधों की प्रजातियों के संग्रह का प्रबंधन करता है. प्लांट्स की इतनी प्रजातियों का यह संग्रह किसी भी पर्यावरण प्रेमी को अपनी ओर किसी समारोह की तरह आकर्षित कर सकता है. CAS के कुनमिंग इंस्टीट्यूट ऑफ बॉटनी और इसके 15 विशिष्ट वनस्पति उद्यानों में पौधों की 7,000 से अधिक प्रजातियों का एकत्रण किया गया है.
हेकोउ काउंटी के बॉटनिकल गार्डन में कई जीवित जीवाश्म पौधे देखे जा सकते हैं. यह बॉटनिकल गार्डन बेहद सीमित आबादी वाले पौधों की प्रजातियों के संरक्षण के लिए समर्पित है.
फेंग और उनके सहयोगियों ने पिछले दो दशकों में शांगरी-ला अल्पाइन बॉटनिकल गार्डन के अंदर अनुकूल व आर्दश परिस्थितियों के कारण लाखों कोल्ड-टॉलरेंट पठारी (cold-tolerant plateau) पौधे विकसित किए हैं, जिनमें शांगरी-ला रयूम नोबिल, पिप्टैन्थस और कोटोनस्टर माइक्रोफिलस शामिल हैं.
दक्षिण-पश्चिमी चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में ल्हासा के ऊंचे इलाकों में पाए जाने वाले ल्हासा रयूम नोबिल (Lhasa Rheum nobile) की एक उप-प्रजाति का नाम शांगरी-ला रयूम नोबिल है, जोकि उच्च औषधीय महत्व के लिए जानी जाती है. फेंग की टीम को इसके जीवन चक्र पर शोध करने और इसके मूल्य का निर्धारण करने में लगभग दस लगे थे.
इस पौधे की सूखी जड़ें अतिरिक्त गर्मी, अपच और रक्त ठहराव को दूर करने में मदद कर सकती हैं. 2017 से इस प्रजाति का के पौधे बॉटनिकल गार्डन के पास जिफांग गांव में लगाए जा रहे हैं. इससे स्थानीय समुदाय लगातार काफी आय उत्पन्न अर्जित करते आए हैं.
फेंग नए पौधों का ब्रीडिंग करते आ रहे हैं और लोगों को नए पौधों से रूबरू कराने का काम जारी रखे हुए हैं. उन्होंने हाल ही में पोटात्सो नेशनल पार्क में जंगली रोडोडेंड्रोन इकट्ठा करने के लिए एक टीम का नेतृत्व किया है. उन्होंने बताया कि "हम संकटग्रस्त प्रजातियों की ज्यादा ब्रीडिंग करके इन प्रजातियों का संरक्षण करेंगे."
शांगरी-ला अल्पाइन बॉटनिकल गार्डन का संबंध वर्तमान में दुनिया भर के बॉटनिकल गार्डन्स, विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संगठनों के साथ है, जिसमें मिसौरी बॉटनिकल गार्डन, सेंट्रल चाइना नॉर्मल यूनिवर्सिटी और चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज के कुनमिंग इंस्टीट्यूट ऑफ बॉटनी शामिल हैं. फेंग बताते हैं कि "वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में लगातार आदान-प्रदान ने हमारे अल्पाइन बॉटनिकल गार्डन के विकास में शामिल होने के लिए अधिक लोगों को आकर्षित किया है."
(इस लेख में प्रयुक्त कंटेंट बीजिंग स्थित चीन-भारत डायलॉग द्वारा उपलब्ध कराया गया है.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)