Home News World कोरोना लॉकडाउन से कैसे बाहर निकल रहे देश, क्या हैं WHO के सुझाव
कोरोना लॉकडाउन से कैसे बाहर निकल रहे देश, क्या हैं WHO के सुझाव
अक्षय प्रताप सिंह
दुनिया
Updated:
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दुनिया के कई हिस्सों में नोवेल कोरोना वायरस का कहर जारी
(फोटो: AP)
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नोवेल कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बावजूद अमेरिका समेत कई देशों को कारखानों, दुकानों, यात्रा और जन गतिविधियों को फिर से खोलने के दबाव का सामना करना पड़ रहा है. भारत में भी नए दिशा निर्देशों के साथ 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों को छूट दी जा रही है.
दरअसल जिन देशों में कोरोना वायरस से निपटने के लिए लॉकडाउन जारी है, आर्थिक मोर्चे पर उनका नुकसान लगातार बढ़ रहा है और नौकरियां जा रही हैं. इस बीच कई देशों में प्रतिबंधों में ढील देने की मांग के साथ प्रदर्शन भी देखने को मिल रहे हैं.
ऐसे में सरकारों के सामने कोरोना वायरस के खतरे को कम से कम करते हुए लॉकडाउन से बाहर निकलने की बड़ी चुनौती है. ये कैसे किया जाए, इसका एक उदाहरण उस जगह से भी मिलता है, जहां से नोवेल कोरोना वायरस महामारी शुरू हुई थी, यानी कि चीन का वुहान.
वुहान में किस तरह लागू किया गया था लॉकडाउन
दिसंबर 2019 में नोवेल कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद वुहान में 23 जनवरी 2020 को लॉकडाउन लागू किया गया था. लॉकडाउन के वक्त शहर की तरफ और शहर से ट्रांसपोर्ट को पूरी तरह बंद कर दिया गया था. स्कूलों-कॉलेजों की छुट्टियों को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दिया गया था. खाने और दवाइयों जैसी जरूरी चीजों के अलावा सभी की दुकानें बंद करा दी गई थीं.
ज्यादा संक्रमण वाले इलाकों में लोग पूरी तरह घरों में कैद हो गए थे, जबकि कुछ इलाकों में परिवार के एक सदस्य को हर दो दिन में जरूरी चीजें खरीदने के लिए बाहर जाने की अनुमति दी गई थी. इस लॉकडाउन की वजह से शहर में लगभग 1.1 लाख लोग फंस गए थे.
वुहान में किस तरह हटा लॉकडाउन
वुहान में लॉकडाउन एक साथ नहीं हटाया गया. 25 मार्च को इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया था, जब लॉकडाउन के बीच पहली बार शहर के अंदर बस सेवा शुरू हुई. इसके बाद 8 अप्रैल को वुहान का लॉकडाउन खत्म हो गया. हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आगाह किया कि संक्रमण बढ़ने का खतरा अभी पूरी तरह से दूर नहीं हुआ है. ऐसे में अभी भी इस तरह के ऐहतियाती उपाय लागू हैं:
कहीं आने जाने के लिए लोगों के पास एक स्मार्ट फोन एप्लिकेशन का होना अनिवार्य है, जिससे यह पुष्टि हो सके कि वे स्वस्थ हैं और किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए हैं
रेजिडेंशियल सोसाइटी अभी भी मामले सामने आने की स्थिति में लोगों पर अंदर ही रहने का दबाव बना सकती हैं
शहर की कंपनियां कर्मचारियों से काम पर लौटने से पहले कोरोना टेस्ट कराने को कह रही हैं
क्या वुहान मॉडल को सफल माना जाए?
इस सवाल का सीधा जवाब देना आसान नहीं है, फिर भी इन प्वाइंट्स के आधार पर जवाब तलाशा जा सकता है:
चीन में COVID-19 से होने वाली कुल मौतों में करीब 83 फीसदी मौत अकेले वुहान शहर में हुई हैं
अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि बहुत से लोगों की जान घर पर ही चली गई और अस्पतालों को इस बात की खबर तक नहीं लगी थी. यह बात तब सामने आई जब हाल ही में वुहान में मौत का आंकड़ा संशोधित करके बढ़ाया गया
चीन ने वुहान को कम जोखिम वाला इलाका घोषित किया है. चीन की राज्य परिषद के दिशा-निर्देशों के अनुसार जोखिम का आकलन नए मामलों के आधार पर किया जाता है. जिन शहरों, काउंटी और जिलों में बीते 14 दिन में किसी नए मामले की पुष्टि नहीं हुई हो उसे कम जोखिम वाले इलाके की श्रेणी में रखा जाता है
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COVID-19: पाबंदियों में ढील को लेकर क्या हैं WHO के सुझाव
बीमारी का प्रसार काबू में हो
हेल्थ सिस्टम हर केस का पता लगाने, आइसोलेट करने और उसका इलाज करके के साथ-साथ हर कॉन्टैक्ट का भी पता लगाने में सक्षम हो
नर्सिंग होम जैसी अतिसंवेदनशील जगहों पर प्रकोप का जोखिम कम से कम हो
स्कूल, वर्कप्लेस और बाकी जरूरी जगहों पर बचाव के उपाय किए गए हों
बाहर से आने वाले नए मामलों के जोखिम को 'मैनेज किया जा सके'
नई सामान्य व्यवस्था में रहने के लिए समुदाय पूरी तरह जागरूक हों
लॉकडाउन से कैसे बाहर निकल रहे देश?
कुल संक्रमित मामलों के आधार पर नोवेल कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की लिस्ट में अमेरिका टॉप पर है. इस लिस्ट में उसके बाद स्पेन, इटली, फ्रांस और जर्मनी का नंबर है. इन सभी देशों में फिलहाल कोरोना वायरस से निपटने के लिए पाबंदियां जारी हैं.
किस देश की क्या स्थिति:
अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 16 अप्रैल को राज्यों के लिए उनकी अर्थव्यस्था खोलने को गाइडलाइन्स जारी की थीं. इस बीच कुछ राज्यों ने कुछ ढील का ऐलान भी किया है. ट्रंप 1 मई तक अमेरिका में लागू लॉकडाउन में ढील देने की तरफ बढ़ रहे हैं.
स्पेन में सरकार ने कंस्ट्रक्शन और मैन्युफैक्चरिंग के काम को बहाल करने का फैसला किया है. बाकी कारोबार को भी बहाल करने की दिशा में बढ़ा जा रहा है. हालांकि वहां अभी स्कूल और रेस्टोरेंट बंद ही रहेंगे. सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर फिलहाल बरकरार है.
इटली में COVID-19 से बुरी तरह प्रभावित इलाकों में लॉकडाउन जारी है. बाकी हिस्सों में सीमित ग्राहकों की संख्या के साथ बच्चों के कपड़ों और किताबों की दुकानें खोली जा सकती हैं. लकड़ी से जुड़े प्रोडक्शन को भी अनुमति दे दी गई है.
फ्रांस में 11 मई तक लॉकडाउन लागू है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वहां जल्द ही इससे बाहर निकलने का प्लान सामने आने वाला है.
जर्मनी की चांसलर अंगेला मर्केल ने हाल ही में ऐलान किया था कि 'वह धीरे-धीरे प्रतिबंधों को खत्म करने की ओर बढ़ना चाहती हैं.' देश में सोशल डिस्टेंसिंग के उपाय 3 मई तक सख्ती से लागू रहेंगे. 4 मई को 'सावधानी के साथ' स्कूल खोले जाएंगे. साथ ही सीमित आकार (800 स्क्वायर मीटर से कम) की दुकानें और गाड़ियों, मोटरसाइकिलों के स्टोर खोल दिए जाएंगे. हालांकि बार, रेस्टोरेंट और सिनेमा हॉल बंद ही रहेंगे.