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यूके (United Kingdom) ने अपने कोविड -19 यात्रा नियमों को बदल दिया है, जिन भारतीयों को कोविशील्ड का टीका लगा है, उन्हें 'अनवैक्सीनेटेड’ की कैटेगरी में रखा गया है. वहीं ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की दो खुराक वाले टीके लगाने वालों के लिए नियमों में ढील दी है, वहीं पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा भारत में निर्मित किए जा रहे वैक्सीन को लिस्ट से बाहर रखा गया है.
यूके में मौजूदा वक्त में एक सिस्टम डिजाइन किया गया है. ब्रिटेन की यात्रा के संबंध में फिलहाल रेड, एम्बर और ग्रीन कलर की तीन अलग-अलग लिस्ट बनाई गई हैं. अगर कोई व्यक्ति यूके आने से पहले 10 दिनों में 'रेड लिस्ट' वाले देश में रहा है, तो उसे क्वारंटाइन होटल में 10 दिनों के लिए रुकना होगा और क्वारंटाइन के दूसरे दिन या आठवें दिन के बाद या उससे पहले कोविड-19 की जांच करवाना होगा. यहां तक कि पूरी तरह से टीका लगाए गए लोगों को भी इन नियमों का पालन करना होगा. नियमों के उल्लंघन करने पर £10,000 तक का जुर्माना है और बिना पूर्व कोरोना निगेटिव टेस्ट के आने पर £5,000 तक का जुर्माना है.
अगर कोई व्यक्ति इंग्लैंड आने से पहले 10 दिनों में 'एम्बर सूची' वाले देश में रहा है, तो उसे इंग्लैंड जाने से पहले तीन दिनों में COVID-19 टेस्ट करवाना होगा.
अगर कोई यात्री जाने से पहले कोरोना के निगेटिव परीक्षण के सबूत के बिना आता है, तो £ 500 जुर्माना है. आने के बाद यात्री को दूसरे दिन कोविड-19 टेस्ट कराना होता है.
वैक्सीनेटेड यात्रियों के लिए भी पूर्व परीक्षण जरूरी है. उन लोगों को छूट दी गई है, जिन्होंने एक ऑथराइज्ड वैक्सीन का पूरा कोर्स लिया है. ऑथराइज्ड वैक्सीन में Pfizer, Moderna और AstraZeneca वैक्सीन की दोनों खुराक शामिल हैं, जिसमें यह नियम बनाया गया है कि यात्री के पास इंग्लैंड में आने से कम से कम 14 दिन पहले अंतिम खुराक होनी चाहिए या जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन की एक खुराक होनी चाहिए.
'ग्रीन लिस्ट' वाले देशों के यात्रियों को भी इंग्लैंड की यात्रा से तीन दिन पहले कोविड-19 परीक्षण करवाने की आवश्यकता है, और इंग्लैंड पहुंचने के दो दिन बाद टेस्ट करवाना होगा. ग्रीन लिस्ट के लिए क्वारंटाइन से पूरी तरह छूट है, जब तक कि दूसरे दिन कोरोना टेस्ट पॉजिटिव न हो.
4 अक्टूबर से देशों की सिर्फ एक ही रेड लिस्ट होगी. उन देशों से यात्रा के लिए जो रेड लिस्ट में नहीं हैं, नियम केवल यात्री के टीकाकरण की स्थिति पर निर्भर करेंगे.
सरकारी सूत्रों का कहना है कि वे पारस्परिकता सिद्धांत लागू कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यूके दूतावास को एक 'नोट वर्बल' भेजा गया है, जहां उन्होंने कहा है कि यूके के नागरिक भी 10 दिनों के क्वारंटीन में होंगे.
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक यूके का निर्णय एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को दिए गए ‘Vaxzevria’ लाइसेंस पर एक वैकल्पिक रूप में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को जोड़ने से संबंधित नहीं है.
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