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अमेरिकी ड्रोन गिराए जाने पर ट्रंप बोले- ईरान ने की बहुत बड़ी गलती

अमेरिका के सबसे ताकतवर ड्रोन को मार गिराए जाने के मामले में रूस से भी जुड़ रहे हैं तार

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ईरान और अमेरिका के बीच तनाव और ज्यादा बढ़ने के आसार हैं
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ईरान और अमेरिका के बीच तनाव और ज्यादा बढ़ने के आसार हैं
(फोटो: Reuters)

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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक अमेरिकी ड्रोन को गिराए जाने के मामले में ईरान को धमकाने वाले लहजे में ट्वीट किया है. उन्होंने इस ट्वीट में कहा है- ''ईरान ने बहुत बड़ी गलती कर दी.''

बता दें कि 20 जून को ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्डस कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने इस बात को माना था कि उन्होंने एक अमेरिकी ड्रोन मार गिराया है. इसके बाद अमेरिका और ईरान के बीच पहले से चला आ रहा तनाव और ज्यादा बढ़ गया है. ड्रोन के मार गिराए जाने की बात को अमेरिका ने भी कन्फर्म किया है.

ड्रोन गिराए जाने के बाद दोनों देश बता रहे हैं अलग-अलग वजह

ड्रोन गिराने की इस घटना के बाद वॉशिंगटन और तेहरान के बीच तनाव और बढ़ गया है. अमेरिका और ईरान दोनों ने इस बात की पुष्टि की है कि ईरानी सुरक्षाबल ने अमेरिकी सैन्य निगरानी ड्रोन को मार गिराया है, लेकिन दोनों ने इस बारे में अलग-अलग थ्योरी पेश की हैं.

डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,

<b>‘‘यह ड्रोन स्पष्ट रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर था. हमारे पास यह सभी तथ्यों के साथ दर्ज है न कि हम सिर्फ बातें बना रहे हैं. उन्होंने बड़ी गलती की है.’’</b>

वहीं ईरान के आईआरजीसी ने एक बयान जारी कहा कि उन्होंने ‘घुसपैठी’ अमेरिकी जासूसी ड्रोन को मार गिराया, जो होरमुज खाड़ी के ऊपर उड़ रह था. इसके साथ ही उसने कहा है कि ऐसा मानव रहित विमान के ईरान के वायुक्षेत्र का उल्लंघन करने पर किया गया.

अमेरिका के नाराज होने की ये हैं दो बड़ी वजहें

  • पहली वजह- ईरान ने अमेरिका का जो ड्रोन मार गिराया है उसका नाम RQ-4A ग्लोबल हॉक है. ये सबसे मॉडर्न और शक्तिशाली माना जाता है. इस नेवल सर्विलांस ड्रोन की खासियत है कि ये 24 घंटे से ज्यादा वक्त तक लगभग 65,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है. साथ ही इसमें हाई पावर मोशन सेंसर लगे हैं जो हाई रेजोल्यूशन वीडियो और टारगेट पर सटीक वार करने में सक्षम है.
  • दूसरी वजह- इस पूरे मामले के तार रूस से जुड़ते दिखाई दे रहे हैं. RQ-4A ग्लोबल हॉक की रफ्तार 629 कि.मी. प्रति घंटे की है. इसे ट्रैक करने के लिए जो रडार चाहिए वो एडवांस टेक्नोलॉजी की ही चाहिए. ईरान ने जिस रडार की मदद से इसे पकड़ा है वो रूस से मिला S-300 सिस्टम है. साथ ही ये भी खबर है कि RQ-4A ग्लोबल हॉक ड्रोन को पहली बार किसी देश ने गिराया है.

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Published: 21 Jun 2019,07:58 AM IST

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