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इराक में अमेरिकी दूतावास पर हुए हमले के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को जिम्मेदार ठहराया है. ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक भी अमेरिकी की मौत होती है, तो इसके लिए वो ईरान को जिम्मेदार ठहराएंगे.
रविवार को, बगदाद में भारी सुरक्षा वाले ग्रीन जोन में स्थित अमेरिकी एंबेसी पर रॉकेट से हमला हुआ. डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर पर तीन रॉकेट की फोटो शेयर करते हुए लिखा, “विवार को बगदाद में हमारी एंबेसी पर रॉकेट से हमला हुआ. तीन रॉकेट विफल रहे. सोचिए ये कहां से आए थे: ईरान. अब हम ईराक में अमेरिकियों पर दूसरे हमले की खबरें सुन रहे हैं.”
राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे चेतावनी भरे अंदाज में लिखा, “ईरान को दोस्ताना सलाह: अगर एक भी अमेरिकी की मौत होती है, तो मैं ईरान को जिम्मेदार ठहराऊंगा. इस पर विचार करें.”
Al Zajeera की रिपोर्ट के मुताबिक, ईराकी सेना ने अपने बयान में बताया कि एक प्रतिबंधित संगठन ने ग्रीन जोन में आठ रॉकेट से हमला किया, जिसमें एक ईराकी सिक्योरिटी ऑफिसर घायल हो गया और कार और एक रेसिडेंशियल कॉम्लेक्स को नुकसान पहुंचा है. वहीं, Wall Street Journal की रिपोर्ट के मुताबिक, यूएस सेंट्रल कमांड के आफ्टर-एक्शन रिव्यू ने संकेत दिया कि हमला, इराक के आठ रॉकेट की रिपोर्ट के मुकाबले बड़ा था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एंबेसी की सुरक्षा में लगे अमेरिकन सी-रैम रडार-गाइडेड डिफेंस सिस्टम से रॉकेट का सामना हुआ और दूसरे रॉकेट अपने निशान से चूक गए.
इससे पहले, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने भी बगदाद में हुए हमले के लिए ईरान समर्थित ग्रुप को जिम्मेदार ठहराया था.
रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि व्हाइट हाउस में इस बात को लेकर चिंता है कि इराक में ईरान समर्थित फोर्स 3 जनवरी को ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की बरसी पर कुछ कर सकता है. 3 जनवरी 2020 तो बगदाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की अमेरिकी ड्रोन स्ट्राइक में मौत हो गई थी.
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