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फ्रांस (France) में ट्रैफिक स्टॉप पर पुलिस द्वारा 17 साल के एक लड़के की गोली मारकर हत्या करने के मामले में देश भर में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहा है. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांस के आंतरिक मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने कहा, "हिंसा के कारण पहले दो दिन में लगभग 170 पुलिस अधिकारी घायल हुए और 180 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया ने एपी की रिपोर्ट के अनुसार कहा कि फ्रांस सरकार दंगों के मद्देनजर 40,000 अधिकारियों को तैनात करेगा.
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को ट्विटर पर फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने कहा कि बुधवार को हिंसा के दौरान "टाउन हॉल, स्कूलों और पुलिस स्टेशनों में आग लगा दी गई या हमला किया गया".
पुलिस ने मंगलवार (27 जून) को नाहेल एम. को बहुत करीब से गोली मार दी. उसने ट्रैफिक स्टॉप पर रुकने से इनकार कर दिया था और गाड़ी आगे बढ़ा दी.
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में प्रदर्शनकारियों को बुधवार रात कारों में आग लगाते और दुकानों में तोड़फोड़ करते हुए देखा जा सकता है.
बीबीसी ने फ्रांसीसी समाचार पत्र ली मोंडे के हवाले से कहा कि नैनटेयर में प्रदर्शनकारियों के सामने पुलिस को पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा.
पेरिस में, 2,000 अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की मौजूदगी के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने आतिशबाजी के साथ पुलिस स्टेशनों को निशाना बनाया.
मंगलवार रात को राजधानी शहर में झड़प के दौरान 24 पुलिस अधिकारी घायल हो गए और 40 कारों में आग लगा दी गई.
इस बीच, उत्तरी शहर लील में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को लड़के को श्रद्धांजलि देने के लिए रेन शहर में लगभग 300 लोग जमा हुए, जिन्हें पुलिस ने तितर-बितर किया.
गृह मंत्रालय के अनुसार, गुरुवार सुबह राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने विरोध प्रदर्शनों पर एक बैठक की अध्यक्षता की.
मैक्रों ने बैठक से पहले संवाददाताओं से कहा, "हमने पुलिस स्टेशनों के साथ-साथ स्कूल, सिटी हॉल पर भी हिंसा देखी है, संस्थानों के खिलाफ हिंसा देश के खिलाफ हिंसा है. ये पूरी तरह से अनुचित हैं."
मैक्रों ने हत्या को पहले "अक्षम्य" अपराध कहा था. उधर, एलायंस पुलिस यूनियन ने दोषी पाए जाने तक पुलिसकर्मी को निर्दोष मानने का आह्वान किया, जबकि यूनाइट एसजीपी पुलिस ने भी राजनीतिक हस्तक्षेप की बात कही जिससे "पुलिस विरोधी नफरत" और बढ़ गई.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, नाहेल की हत्या का आरोपी अधिकारी, जिसने कहा कि उसने गोली चलाई थी क्योंकि उसे लगा कि उसकी जान खतरे में है, हिरासत में है.
नाहेल इस साल फ्रांस में ट्रैफिक रोके जाने के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारा जाने वाला दूसरा व्यक्ति है. पिछले साल इस तरह से रिकॉर्ड 13 लोगों की मौत हुई थी.
(इनपुट-IANS)
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